प्रदेश में कोहरे की उन्नत परत का असर, कई जिलों में शीत व अति शीत दिवस से बढ़ी ठंड


उत्तर प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर रखा है। प्रदेश के अनेक स्थानों पर जमीनी सतह से कुछ ऊँचाई पर ठहरी कोहरे की उन्नत परत के कारण दिनभर धूप नहीं निकल सकी। सूर्य की अनुपस्थिति और ठंडी हवाओं के संयुक्त प्रभाव से दिन के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे कई जिलों में शीत दिवस और अति शीत दिवस की स्थिति बन गई।
मौसम विभाग के अनुसार आज लखनऊ, बाराबंकी, वाराणसी, बहराइच, सुल्तानपुर, गाजीपुर, बस्ती, बरेली, शाहजहाँपुर एवं नजीबाबाद में अति शीत दिवस (Severe Cold Day) की परिस्थितियाँ देखी गईं। इन जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी नीचे दर्ज किया गया, जिससे दिन के समय भी लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल सकी। कोहरे की घनी परत के कारण दृश्यता में भी कमी आई, जिससे सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी रही।
वहीं हरदोई, बलिया, चुर्क, गोरखपुर, प्रयागराज, गाज़ीपुर, मुरादाबाद, इटावा एवं आगरा में शीत दिवस (Cold Day) की स्थिति बनी रही। इन क्षेत्रों में भी पूरे दिन आसमान में धुंध छाई रही और धूप न निकल पाने से तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो सकी। ठंड के कारण सुबह और शाम के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा तथा लोग अनावश्यक रूप से घरों से बाहर निकलने से बचते नजर आए।
ठंड का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों, बच्चों और दैनिक मजदूरी करने वाले लोगों पर पड़ा है। शहरी इलाकों में लोग गर्म कपड़े, हीटर और अलाव का सहारा लेते दिखे, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में जगह-जगह अलाव जलाकर लोग ठंड से बचाव करते नजर आए। ठिठुरन बढ़ने के कारण अस्पतालों में सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या में भी इजाफा देखा गया।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ और नमी के कारण कोहरे की यह स्थिति फिलहाल बनी रह सकती है। जब तक तेज धूप नहीं निकलती, तब तक दिन के तापमान में खास बढ़ोतरी की संभावना कम है। विभाग ने लोगों को ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने, सुबह-शाम सावधानी बरतने और कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय सतर्क रहने की सलाह दी है।
प्रदेश में जारी इस शीतलहर और कोहरे के दौर ने स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले दिनों में ठंड से राहत अभी दूर है और लोगों को सतर्कता के साथ मौसम की मार झेलनी पड़ेगी।