
लखीमपुर खीरी। जेसीआई लखीमपुर खीरी द्वारा आयोजित जेसीआई जनसंपर्क सप्ताह के अंतर्गत प्रादेशिक पावरलिफ्टिंग चैम्पियनशिप में लखीमपुर के खिलाड़ियों ने अपना परचम लहराया। 25 जिलों से आए 450 से अधिक खिलाड़ियों की मौजूदगी में तीन दिनों तक चले इस खेल महाकुंभ में प्रदेश भर में खेल का उत्साह चरम पर दिखाई दिया।
चैम्पियनशिप में वेटलिफ्टिंग, बेंच प्रेस और डेडलिफ्ट की प्रतियोगिताओं ने खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और तैयारी को सामने रखा। पुरुषों की ओवरऑल टीम चैम्पियनशिप में कानपुर की टीम ने बाजी मारी, जबकि सीतापुर और लखनऊ की टीम क्रमशः द्वितीय और तृतीय स्थान पर रही। महिला वर्ग की ओवरऑल टीम चैम्पियनशिप में फतेहपुर की टीम विजेता बनी, वहीं सीतापुर और कानपुर की टीमों ने दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।
व्यक्तिगत वर्ग में भी खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। सीतापुर के जयवर्धन सब जूनियर बेस्ट लिफ्टर बने, जबकि हापुड़ के गोविंद गौतम ने जूनियर और सीनियर दोनों वर्गों में बेस्ट लिफ्टर का खिताब जीता। हापुड़ के प्रदीप कुमार ने मास्टर बेस्ट लिफ्टर बनकर अपनी ताकत का लोहा मनवाया। महिला वर्ग में सोनभद्र की श्रेया कुमारी सब जूनियर बेस्ट लिफ्टर रहीं और सीतापुर की प्राची पटेल ने जूनियर व सीनियर दोनों वर्गों में अपना दबदबा कायम रखा।
लखीमपुर की रीता वर्मा ने मास्टर बेस्ट लिफ्टर बनकर जिले का मान बढ़ाया। उनकी इस उपलब्धि से लखीमपुर की धरती को खेल जगत में नई पहचान मिली और खिलाड़ियों में उत्साह की लहर दौड़ गई। बेंच प्रेस प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग में हापुड़ के प्रदीप कुमार और महिला वर्ग में सीतापुर की प्राची पटेल विजेता बने, जबकि डेडलिफ्ट में पुरुष वर्ग से हापुड़ के राजेंद्र कुमार और महिला वर्ग से फतेहपुर की पूनम सिंह ने बाजी मारी।
खेल के इस त्रिदिवसीय आयोजन ने न केवल खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर दिया बल्कि खेल संस्कृति को भी नया आयाम दिया। जेसीआई लखीमपुर के मीडिया प्रभारी आर्येंद्र पाल सिंह ने बताया कि इतने बड़े स्तर पर खिलाड़ियों का एकत्र होना लखीमपुर के लिए गौरव की बात है। संस्था अध्यक्ष शुभम टंडन, संयोजक सचिन अग्रवाल, प्रभारी अमित मिश्रा सहित पूरी जेसीआई टीम ने आयोजन को सफल बनाने में दिन-रात मेहनत की।
चैम्पियनशिप के दौरान शहर के गणमान्य नागरिकों में प्रवीण कुमार सलूजा, विजय कुमार मिश्र, राजीव सलूजा, कुमार उत्कर्ष, रजत शेखर, स्पर्श अग्रवाल, राहुल माथुर, विश्वास सेठ, कुशाग्र अग्रवाल, कुलदीप गुप्ता, अमर सिंह, सौरभ वर्मा, कनिष्क बरनवाल, अर्चित महेंद्र, अतिन गर्ग, रामजी पुरी और अंकित मित्तल की मौजूदगी व योगदान उल्लेखनीय रहा।
यह चैम्पियनशिप लखीमपुर खीरी के लिए न केवल खेल जगत में एक नई पहचान लेकर आई बल्कि भविष्य में यहां के खिलाड़ियों को और ऊंचाइयों तक पहुंचने की प्रेरणा भी दी।