
रिपोर्ट : राजेश सरकार | प्रयागराज
बंगाल की खाड़ी से उठे मोथा चक्रवात का असर संगमनगरी प्रयागराज में भी देखने को मिल रहा है। मंगलवार से ही आसमान में बादलों का डेरा है, वहीं बुधवार को दिनभर रुक-रुककर बूंदाबांदी होती रही। बृहस्पतिवार की सुबह मौसम ने अचानक करवट ली और झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जिससे लोगों को ठंड का अहसास होने लगा है।
🌾 किसानों की बढ़ी चिंता
इस बेमौसम बारिश ने प्रयागराज के किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। गंगानगर, यमुनानगर और फाफामऊ क्षेत्र में गुरुवार दोपहर से लगातार हुई वर्षा से खेतों में खड़ी धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। किसानों का कहना है कि धान की फसल कटाई के करीब थी, ऐसे में तेज बारिश और हवा से फसलें गिर गईं। इससे कटाई में मुश्किलें बढ़ गई हैं और उत्पादन पर भी असर पड़ेगा।
स्थानीय किसानों ने प्रशासन से सर्वे कराकर नुकसान की भरपाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर समय रहते मुआवजा नहीं मिला तो आगामी रबी सीजन की तैयारी भी प्रभावित होगी।
🌡️ ठंड ने दी दस्तक
मौसम विभाग के अनुसार प्रयागराज का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो बुधवार की तुलना में लगभग दो डिग्री कम है। लगातार बारिश और हवाओं से मौसम में ठंडक बढ़ गई है। लोग गर्म कपड़ों में नजर आने लगे हैं, वहीं कई लोगों ने ठंड से बचने के लिए घरों में रहना ही बेहतर समझा।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगले दो दिनों तक मौसम का यही मिजाज बना रह सकता है, जिससे किसानों और आम जनता को थोड़ी और परेशानी झेलनी पड़ सकती है।