बिहार विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण से पहले राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. इस कड़ी में बुधवार को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अररिया में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा.
राहुल गांधी ने कहा कि ईवीएम, एमवीएम है-मोदी वोटिंग मशीन. लेकिन, बिहार में इस बार युवा गुस्से में हैं. ऐसे में ईवीएम हो या एमवीएम, इस बार ‘गठबंधन’ जीत रहा है. उन्होंने कहा कि हमारा ये रिश्ता एक दिन का नहीं, बल्कि जिंदगी भर का होना चाहिए.
वो (पीएम मोदी) जितनी नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं मैं उतना ही प्यार फैलाने की कोशिश करता हूं. नफरत को नफरत से नहीं बल्कि प्यार से काटा जा सकता है.
राहुल गांधी ने कहा कि काले धन के खिलाफ लड़ाई थी तो देश की जनता यानी हमारे किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार लाइन में क्यों खड़े थे? क्या वो काले धन वाली जनता थी? देश के प्रधानमंत्री जानते हैं कि देश के लाखों-करोड़ों मजदूर दिहाड़ी पर जीते हैं.
प्रधानमंत्री ने एक मिनट नहीं सोचा कि आपके बिना नोटिस या चेतवानी के लॉकडाउन से बिहार और अन्य प्रदेशों के मजदूरों का क्या होगा?
मिलकर प्रदेश बदलने का काम करेंगेः राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि पंजाब में फूड प्रोसेसिंग के कारखाने हैं, इसलिए वहां सही रेट मिलता है, इसलिए हमें मक्के को प्रोसेस करने के लिए फैक्ट्रियां बिहार में लगानी पड़ेंगी. हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि ये फैक्ट्रियां आपके खेतों के बिल्कुल पास ही हों.
मैं आपको कहना चाहता हूं कि महागठबंधन की सरकार बनेगी तो वह हर जाति, धर्म, गरीब, मजदूर और हर जिले की सरकार होगी.
हम मिलकर इस प्रदेश को बदलने का काम करेंगे. छत्तीसगढ़ में जब चुनाव हुआ, तब हमने चुनाव की उस मीटिंग में कहा था कि कांग्रेस पार्टी की सरकार आएगी तो आपको 2500 रुपये धान का रेट दिया जाएगा. हमने वो किया.