गाजियाबाद। महिला पहलवान राखी ने अपने और लाखों महिलाओं के अधिकारों के लिए अनिश्चितकालीन धरना और आमरण अनशन शुरू किया है। राखी ने आरोप लगाया कि उनके ससुराल वालों ने उन्हें घर से निकाल दिया और उनके सम्मान तथा मेहनत का अपमान किया। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पति, जो मुंबई में नौकरी करते हैं, उन्हें धोखा देकर विदेश चले गए और संपर्क बंद कर दिया।
राखी के अनुसार, उनके ससुर उत्तर प्रदेश पुलिस में दारोगा हैं और उन्होंने भी उनके साथ बुरा व्यवहार किया। राखी ने कहा कि वे तलाक नहीं चाहतीं, बल्कि अपने ससुराल में सम्मान के साथ स्वीकार की जाएं। उन्होंने प्रशासन और पुलिस पर भी आरोप लगाया कि उन्होंने मदद करने के बजाय उन्हें और उनके बुजुर्ग माता-पिता को धमकाया।
राखी ने स्पष्ट किया कि उनका अनशन सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि उन तमाम महिलाओं के लिए है जो अपने हक के लिए संघर्ष कर रही हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे उनके साथ खड़े हों और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं।
इस आंदोलन को कई सामाजिक संगठन और कार्यकर्ता समर्थन दे रहे हैं। गाजियाबाद जिला मुख्यालय पर राखी के धरने और अनशन को देखते हुए स्थानीय लोग भी उनके समर्थन में जुट रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी राखी की मांगों को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
राखी की मुख्य मांगें हैं:
घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत निष्पक्ष और त्वरित सुनवाई
दोषियों को सजा
पुलिस द्वारा पीड़ितों के साथ सम्मानपूर्ण और सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार
राखी ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे अपने अनशन को और तेज करेंगी।