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नई दिल्ली। एलोपैथी और डॉक्टरों को लेकर योगगुरु बाबा रामदेव की टिप्पणी पर मचा बवाल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है।अब बिहार आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बिहार इकाई) ने राज्यभर के 50 थानों में योगगुरु रामदेव के खिलाफ केस दर्ज करवाने का फैसला किया। बिहार आईएमए की रविवार को हुई बैठक में इस संबंध में फैसला लिया गया। हाल ही में देशभर में डॉक्टरों ने बाबा रामदेव की एलोपैथी को लेकर की गई टिप्पणी के विरोध में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन जताया।
रामदेव ने टीकाकरण को लेकर लोगों में भ्रम पैदा किया
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सहजानंद ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि वे यह कदम उठाने के लिए मजबूर हैं क्योंकि बाबा रामदेव ने टीकाकरण को लेकर लोगों में भ्रम पैदा किया है, जिस का विरोध करना जरूरी है। देशभर की सरकारों को वैक्सीनेशन में आम लोगों के विरोध का जो सामना करना पड़ा रहा है खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, यह उसके मुख्य कारणों में से एक है।
सरकार अब तक क्यों चुप है?
डॉक्टर सहजानंद के मुताबिक, योगगुरु रामदेव के खिलाफ महामारी और आपदा प्रबंधन अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज करवाये जाएंगे। बाद में उनके खिलाफ पटना हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) भी दायर की जाएगी। डॉक्टर सहजानंद ने स्वीकार किया कि केंद्र सरकार बाबा रामदेव के टीवी पर रोजाना बकवास करने के बावजूद उन पर कार्रवाई नहीं कर रही है और जेल भेजने के बजाये सिर्फ चिट्ठी लिखने तक सीमित है।