रामनगर (बाराबंकी)। ऐतिहासिक महादेवा महोत्सव को भव्य और यादगार बनाने के लिए मेला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। महोत्सव के दौरान भक्ति, संगीत, नृत्य, खेल और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।
मेला प्रशासन ने पूरे कार्यक्रम की सूची जारी कर दी है, जिसमें स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ देशभर के नामचीन कवि, भोजपुरी और बॉलीवुड कलाकार मंच सजाएँगे।

🪔 17 नवंबर: उद्घाटन और भजन संध्या से होगा शुभारंभ
दोपहर 2:00 बजे जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी विश्व कल्याण द्वार पर फीता काटकर महोत्सव का शुभारंभ करेंगे।
3:00 से 5:00 बजे तक सुगम संगीत एकेडमी का मनमोहक कार्यक्रम होगा।
इसके बाद कथक नृत्य की प्रस्तुति और रात्रि में भजन सम्राट शांतनु महाराज की भजन संध्या आयोजित की जाएगी।
👩🎤 18 नवंबर: बच्चों और लोक कलाकारों का मंच
दोपहर 3:00 से 5:00 बजे तक स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
शाम को लोक गायन और कठपुतली नृत्य की प्रस्तुति होगी।
रात्रि में जवाबी कीर्तन का आयोजन किया जाएगा।

🎙️ 19 नवंबर: कवि सम्मेलन और भोजपुरी धमाका
दिन में स्थानीय कवियों द्वारा कवि सम्मेलन।
इसके बाद स्थानीय कलाकारों का लोकगीत कार्यक्रम।
रात्रि में समर सिंह और शिल्पी राज भोजपुरी गीतों से शाम सजाएँगे।
🎭 20 नवंबर: नाटक और अखिल भारतीय कवि सम्मेलन
दिन में वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन।
शाम 3 से 5 बजे तक नाटक प्रस्तुति होगी।
रात्रि में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, जिसमें देश के विख्यात कवि अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करेंगे।
💃 21 नवंबर: झांकी, आल्हा और ग़ज़ल संध्या
दिन में वॉलीबॉल प्रतियोगिता का दूसरा चरण।
शाम को लोक नृत्य और शानदार झांकियां प्रस्तुत की जाएँगी।
रात्रि में आल्हा गायन और कुमार सत्यम की ग़ज़ल संध्या।
🏋️ 22 नवंबर: अंतर्राष्ट्रीय दंगल और अक्षरा सिंह का जलवा
दिन में अंतर्राष्ट्रीय दंगल प्रतियोगिता, जिसमें देश-विदेश के नामी पहलवान भाग लेंगे।
शाम को अवधी लोकगीत और भजन संध्या।
रात्रि में बॉलीवुड स्टार अक्षरा सिंह अपनी टीम के साथ जलवा बिखेरेंगी।
23 नवंबर: समापन दिवस पर मसाने की होली और आतिशबाज़ी
दिन में दंगल प्रतियोगिता का अंतिम दौर।
शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रशस्ति पत्र वितरण समारोह।
रात्रि में प्रसिद्ध “मसाने की होली” का कार्यक्रम होगा।
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय आतिशबाज़ी के साथ महोत्सव का समापन करेंगे।
जनभागीदारी की अपील
मेला सचिव एवं संयुक्त मजिस्ट्रेट गुंजिता अग्रवाल ने जनता से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इस ऐतिहासिक आयोजन की गरिमा बढ़ाएँ।
महादेवा महोत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि लोक संस्कृति, कला, खेल और मनोरंजन का एक सजीव उत्सव है, जो बाराबंकी की पहचान को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएगा।