समाजसेवी लालजी वर्मा नहीं रहे, अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब

रामनगर (बाराबंकी)। समाजसेवी और पूर्व निदेशक जिला सहकारी बैंक लालजी वर्मा (गगियापुर) का लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया। उनके निधन की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। ग्राम गगियापुर निवासी 70 वर्षीय लालजी वर्मा लंबे समय से लीवर और गुर्दे की बीमारी से जूझ रहे थे। इलाज के दौरान हिंद अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।

लालजी वर्मा ने अपने सार्वजनिक जीवन में समाजसेवा को सर्वोच्च स्थान दिया। वे लगातार चार बार जिला सहकारी बैंक के निदेशक रहे और गन्ना समिति बुढ़वल के उपाध्यक्ष पद पर भी कार्यरत रहे। उनके निधन से न केवल गन्ना क्षेत्र के किसानों को बल्कि जिले की सहकारी गतिविधियों को भी गहरा आघात पहुंचा है।

उनके अंतिम संस्कार में जनसैलाब उमड़ पड़ा। क्षेत्र के हजारों लोग अश्रुपूरित नेत्रों से अपने प्रिय नेता और समाजसेवी को विदा करने पहुंचे। श्रद्धांजलि देने वालों में पूर्व मंत्री राकेश वर्मा, पूर्व सांसद डॉ. पी.एल. पुनिया, सांसद उपेंद्र रावत, विधायक गौरव रावत, पूर्व एमएलसी अरविंद यादव, पूर्व विधायक सरवर अली, शरद अवस्थी, रतनलाल, पूर्व ब्लॉक प्रमुख राजन सिंह, नेत्र सर्जन डॉ. विवेक वर्मा, जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार वर्मा, सदस्य जिला पंचायत जैसीराम वर्मा, डॉ. अवधेश वर्मा, ललित वर्मा, पप्पू वर्मा, पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवीशरण यादव, प्रधान शिवकुमार वर्मा, पूर्व प्रधान संजय वर्मा, शिवाशांत वर्मा, जयकरन वर्मा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

हर किसी की आंखें नम थीं और वातावरण शोक में डूबा हुआ था। लोगों ने कहा कि लालजी वर्मा का जीवन समाज सेवा और सहकारिता के लिए समर्पित रहा, उनकी कमी लंबे समय तक महसूस की जाएगी।