जलगांव. रावेर तहसील स्थित बोरखेड़ा गांव में बीती रात हुए नाबालिग हत्याकांड मामले में पुलिस ने पांच अधिकारियों की एसआईटी गठित (police SIT) की है। जिसे एक आईपीएस स्तर के अधिकारी की देखरेख में जांच करनी है। आपको बता दें कि बीती रात को एक ही परिवार के चार नाबालिग बच्चों को एक अज्ञात व्यक्ति ने कुल्हाड़ी से काट डाला था। मरने वालों में दो लड़के और दो लड़कियां हैं। जिस समय यह घटना हुई तब बच्चों के माता-पिता घर पर मौजूद नहीं थे। यह परिवार मध्य प्रदेश से जलगांव में काम करने के लिए आया था। जलगांव के बोरखेड़ा गांव में मुस्तफा नाम के व्यक्ति के यहां यह परिवार खेती करता था।
लड़की से हुआ बलात्कार?
जलगांव जिले के रावेर तहसील में निर्मम हत्याकांड की शिकार हुई दोनों मासूम नाबालिग लड़कियों (Rape of minor) में से एक लड़की के साथ बलात्कार होने की भी आशंका जताई जा रही है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे ने बताया कि इस घटना में एक 14 साल की लड़की के साथ में बलात्कार किया गया है। फ़िलहाल पुलिस अभी मेडिकल रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है।
खेत के मालिक ने पुलिस को सूचना दी
इस नृशंस हत्याकांड की जानकारी खुद खेत के मालिक मुस्तफा ने स्थानीय पुलिस को फोन करके दी। शुक्रवार की सुबह जब मुस्तफा अपने खेतों में गए थे तब उन्होंने इन चारों भाई बहनों के शव खेतों में पड़े हुए देखे। जिसके बाद तुरंत पुलिस को सूचित किया गया।
कुल्हाड़ी से काटकर हुई हत्या
पुलिस को शुरुआती जांच में यह पता चला है कि इन चारों बच्चों की हत्या कुल्हाड़ी से काटकर की गई है। पुलिस को शक है कि चारों हत्याओं में एक ही कुल्हाड़ी का प्रयोग किया गया है। फिलहाल पूरे इलाके को पुलिस ने सील कर दिया है और सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। यह हत्याकांड शहर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर अंजाम दिया गया है।
घटना से इलाके में तनाव
जलगांव के रावेर तहसील के बोरखेड़ा गांव में हुए इस दिल दहला देने वाले हत्याकांड ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। बोरखेड़ा गांव के खेत में सुबह-सुबह मिले इन चार बच्चों के शव से पूरे गांव में गुस्से और शोक का माहौल है।
एमपी से आया था परिवार
मध्य प्रदेश से नौकरी की तलाश में यह परिवार महाराष्ट्र के जलगांव में आया था। महताब और उसकी पत्नी रूमली बाई भिलाला बोरखेड़ा गांव के ही मुस्तफा नाम के व्यक्ति के यहां खेती कर जीवन यापन करते हैं। महताब और उस उसकी पत्नी मध्य प्रदेश के गढ़ी इलाके के रहने वाले हैं।
आदिवासी समुदाय से है पीड़ित परिवार
यह दंपत्ति अपने चार बच्चों के साथ मिलकर जलगांव में ही खेती किसानी का काम बीते साल भर से कर रहे थे। फिलहाल किसी काम की वजह से पति पत्नी बच्चों को जलगांव में घर पर ही छोड़ कर उनके गांव मध्य प्रदेश गए हुए थे। इस दौरान घर पर बच्चे अकेले थे। मरने वालों में 14 साल की लड़की , 11 साल का रावल, 8 साल का अनिल और 3 साल की सुमन नाम की मासूम बच्ची है। इन चारों बच्चों का शव, मालिक मुस्तफा के खेत में पाया गया है।