
लखनऊ ,राष्ट्रपति भवन का प्रांगण बुधवार को एक अनूठे सम्मान समारोह का साक्षी बना, जब लखनऊ स्थित मसाला मठरी केंद्र में कार्यरत आकांक्षा समिति की दीदियाँ — गुड्डी देवी, मुन्नी खरवार, हलीमा और माया लोदी — भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से भेंट करने पहुंचीं। यह क्षण इन महिलाओं के जीवन का अविस्मरणीय पड़ाव बन गया।

यह ऐतिहासिक पहल आकांक्षा समिति, उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डॉ. रश्मि सिंह के संकल्प और अथक प्रयासों से संभव हो सकी। उन्होंने इन मेहनतकश महिलाओं को न केवल राष्ट्रपति भवन का दर्शन कराया, बल्कि उन्हें देश की सर्वोच्च संवैधानिक विभूति से संवाद करने का अवसर भी दिलाया।

महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इन दीदियों से आत्मीयता से संवाद करते हुए महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता, स्वास्थ्य, बच्चों की शिक्षा तथा सामाजिक सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों की पत्नियाँ यदि समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हों तो वे देश के विकास में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं।
इस अवसर पर डॉ. रश्मि सिंह ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए एक विस्तृत कॉम्पेंडियम राष्ट्रपति को भेंट किया। उनके साथ संस्था की सचिव श्रीमती प्रतिभा सिंह तथा उपाध्यक्ष डॉ. प्रीति चौधरी भी उपस्थित रहीं। उन्होंने आकांक्षा समिति और मसाला मठरी केंद्र की आगामी योजनाओं की जानकारी दी।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू की सहजता, सह्रदयता और मार्गदर्शन से प्रेरित होकर आकांक्षा समिति की पूरी टीम उत्साह और ऊर्जा से भर गई। यह मुलाक़ात केवल एक सम्मान समारोह नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत प्रेरणा बन गई।