शुक्रवार को रोटरी क्लब द्वारा आयोजित समारोह में अमर भारती मीडिया ग्रुप को भी आमंत्रित किया गया और एप्रीसिएशन सर्टिफिकेट द्वारा पुरस्कृत किया गया. भारत में पहला रोटरी क्लब कोलकाता में 01 जनवरी 1920 को बना था. आज भारत में 3500 रोटरी क्लब बन चुके है, जिनसे जुड़े रोटेरियन (रोटरी क्लब के सदस्य) देश और समाज में रोटरी क्लब के उद्देश्य मानवीय सेवा में लगे हुए हैं.
कल हुए समारोह में रोटरी क्लब के उच्च पदाधिकारियों का फोकस कम्युनिकेशन और विज्ञापन में था. उन्होंने सारे रोटरी क्लब को हिदायत दी कि वे कम्युनिकेशन और विज्ञापन के माध्यम से रोटरी क्लब की ब्रांडिंग करें, न कि अपनी व्यक्तिगत ब्रांडिंग. जिससे अधिक से अधिक लोग रोटरी क्लब के सदस्य बन, मानवीय सेवा कर सकें.
आज का समय मीडिया का है, चाहे वो प्रिंट मीडिया हो या सोशल मीडिया, टेलिविज़न, रेडियो, वेबसाइट आदि. सभी के साथ तालमेल बैठाना बहुत ही जरुरी हो गया है. इसी पर चिंतन करते हुए रोटरी क्लब के उच्च पदाधिकारियों ने रोटरी क्लब और उसके उद्देश्य को अधिक से अधिक लोगो तक पहुचाने का लक्ष्य रखा है.
चाहे देश को पोलियो मुक्त बनाने का अभियान हो या कोविड 19 के खिलाफ देश की लड़ाई, इसमें रोटरी क्ल्बो का अनमोल योगदान रहा है. रोटरी क्लब समय समय पर ब्लड कैंप का आयोजन कर, मानवीय सेवा में अपना योगदान देने से कभी पीछे नहीं हटती है.
जिस तरह से रोटरी क्ल्बो ने भारत के पोलियो मुक्त अभियान में अपना अनमोल योगदान दिया है. उसी तरह से अब उनका फोकस थेलिसिमिया और सर्वाइकल कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से लोगो को जागरूक कर बचाना और इलाज में पूरा सहयोग करना है.
एक मिडियाकर्मी होने के नाते हम सबका कर्तव्य तो बनता ही है कि हमे रोटरी क्लब जैसी सभी गैर सरकारी संस्थाओं के अनमोल कार्यो और उद्देश्यों को अधिक से अधिक लोगो तक पहुचाएं. जिससे समाज सेवा में इच्छुक नागिरको को ऐसी संस्थाओ से जुड़कर, जरूरतमंद लोगो की सेवा करने का मौका मिल सके.
हर एक जागरूक नागरिक का भी कर्तव्य होता है कि वह रोटरी क्लब जैसी गैर सरकारी संस्थाओं के बारे में अधिक से अधिक लोगो को परिचित कराये. आमतौर पर ऐसा ही होता है कि लोग समाचार पत्रों, सोशल मीडिया और वेबसाइट आदि के माध्यम से ऐसी संस्थाओं के बारे में अवगत तो हो जाते हैं, मगर इसे आगे शेयर नहीं करते हैं. आजकल तो सोशल मीडिया का समय है, किसी भी चीज को शेयर करने में 5 सेकंड से ज्यादा का समय नहीं लगता है. हो सकता है, व्यस्तता के कारण आपके पास, ऐसी गैर सरकारी संस्थाओं के साथ जुड़ने का समय न हो. मगर ऐसी संस्थाओ के समाजसेवा के कार्यो और उद्देश्यों को आगे शेयर करके आप भी समाजसेवा का ही कार्य कर रहे है. जिससे समाज सेवा के इच्छुक लोग, जो इन गैर सरकारी संस्थाओं से परिचित नहीं हैं, वे अधिक से अधिक संख्या में ऐसी समाज सेवी संथाओ से जुड़कर, देश की सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें पायेंगे.
रोटरी क्लब के उच्च पदाधिकारियों का भी कल के समारोह में अपने सारे रोटेरियन (रोटरी क्लब के सदस्य) को यही सलाह थी कि पहले आप अपने परिवार के सदस्यों को रोटरी क्लब का सदस्य बनाने की कोशिश करें, तभी आप अधिक से अधिक लोगो को रोटरी क्लब का सदस्य बना पाने में सफल होंगे.
सलाम है, ऐसे सभी लोगो को, जो जीवन की व्यस्तता के बावजूद, ऐसी गैर सरकारी संस्थाओं से जुड़कर समाज सेवा का कार्य कर रहे है. उनके योगदान को किसी तरह भी भुलाया नहीं जा सकता है.
कल के समारोह में रोटरी क्लब के उच्च पदाधिकारियों की सबसे ज्यादा प्रेरित करने वाली बात जो हमे लगी, वो थी अपने को मिडिया की लाइमलाइट से दूर रख, अपनी संस्था के उद्देश्य और कार्यो को मिडिया में ब्रांडिंग करना, जिससे समाज सेवा में इच्छुक अधिक से अधिक लोग इस गैर सरकारी संस्था से जुड़कर समाज सेवा में अपना योगदान दे सकें.