अयोध्या: मथुरा कोर्ट ने श्री कृष्ण विराजमान की याचिका को खारिज कर दिया है, लेकिन राम मंदिर आंदोलन से जुड़े बड़ा भक्तमाल मंदिर के महंत अवधेश दास ने एक बार फिर जन आंदोलन खड़ा करने की बात कही है.
उन्होंने कहा है कृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ के लिए अयोध्या से बड़ा एक जन आंदोलन खड़ा करना चाहिए. महंत अवधेश दास के मुताबिक काशी और मथुरा दोनों में प्रमाण है कि मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि कारागार को तोड़कर ईदगाह की मस्जिद बनाई गई है जबकि काशी विश्वनाथ को तोड़कर ज्ञानवापी मस्जिद बनाई गई है.
मथुरा और काशी के लिए करेंगे बड़ा जन आंदोलन
महंत अवधेश दास के मुताबिक राम मंदिर आंदोलन के समय संतों ने कहा था की अयोध्या, मथुरा और काशी तीनों की लड़ाई लड़नी है. अयोध्या की लड़ाई तो अब पूरी हो गई है. मथुरा और काशी की लड़ाई बाकी है.
उन्होंने दावा किया है कि कृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ की जमीन हमारी है. अवधेश दास ने कहा कि मथुरा और काशी के लिए अगर एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा करने की जरूरत पड़ी तो करेंगे.
अयोध्या मसले के सीबीआई कोर्ट से बाबरी विध्वंस के आरोपों से बरी हुए अंबेडकर नगर के पूर्व शिवसेना विधायक पवन पांडे ने कहा कि मथुरा की 13 एकड़ भूमि कृष्ण जन्म भूमि के रूप में जानी जाती है. यह जमीन कृष्ण जन्म भूमि के लिए प्राप्त होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि कृष्ण जन्म भूमि के लिए एक बड़ी लड़ाई लड़ी जानी चाहिए, क्योंकि हिंदू धर्म में जन्मभूमि परिवर्तित नहीं की जा सकती है. ऐसे में जो भी संघर्ष करने की जरूरत पड़ेगी उसके लिए सभी लोग तैयार हैं.
वैसा ही संघर्ष करना होगा जैसा संघर्ष राम मंदिर के लिए किया गया. आपको बताते चलें कि 30 सितंबर को मथुरा कोर्ट ने श्री कृष्ण विराजमान की याचिका को खारिज कर दिया है.