संभल जांच रिपोर्ट के बाद सपा और भाजपा में जुबानी जंग तेज, जानें गुलाब देवी और अखिलेश ने क्या कहा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संभल में बीते साल नवंबर में हुए दंगे की जांच करने वाले न्यायिक आयोग की रिपोर्ट मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को सौंपे जाने के बाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। संभल में 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिये गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग ने गुरुवार को अपनी जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी।

सूत्रों के अनुसार इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आजादी के बाद सुनियोजित दंगों के कारण पलायन से संभल में हिंदुओं की आबादी 45 प्रतिशत से घटकर 15 प्रतिशत हो गई, वहीं मुस्लिम आबादी बढ़कर 85 फीसदी हो गई।

प्रदेश की माध्‍यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने सवाल उठाया कि संभल में हिंदू आबादी इतनी तेजी से कैसे कम हो गई। उन्होंने कहा कि यदि जांच रिपोर्ट में 45 प्रतिशत हिंदू आबादी घटकर 15 प्रतिशत बताई जा रही है तो यह 30 फीसदी हिंदू कहां गए — क्या वे पलायन कर गए, धर्म परिवर्तन कर लिया या फिर उन्हें मार दिया गया?

वहीं समाजवादी पार्टी मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को इस मुद्दे पर भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया। अखिलेश ने एक्‍स पर अपनी पोस्ट में कहा कि भाजपाइयों और उनके साथियों द्वारा पलायन का प्रोपेगंडा फैलाना दरअसल नौ साल पुरानी भाजपा सरकार की सबसे बड़ी नाकामी है।

उन्होंने कहा कि मानसिक स्तर पर इसका मतलब है कि भाजपा सरकार लोगों में विश्वास नहीं जगा पायी, सामाजिक स्तर पर इसका अर्थ है कि नफरत की साम्प्रदायिक राजनीति से समाज में सौहार्द नहीं ला पायी और आर्थिक स्तर पर इसका मतलब है कि भाजपा सरकार रोजगार देने में विफल रही।

अखिलेश यादव ने कहा कि सच तो यह है कि पलायन संबंधी झूठ फैलाने वाले न तो प्रदेश के हितैषी हैं और न ही प्रदेशवासियों के। ऐसे मिथ्या प्रचार से राज्य की छवि को गहरी ठेस पहुँचती है और निवेशक राज्य में आने से हिचकते हैं।