
सुल्तानपुर। आम आदमी पार्टी की ‘सामाजिक न्याय यात्रा’ रविवार को अयोध्या–प्रयागराज हाईवे से होते हुए सुल्तानपुर शहर पहुंची। शहर के तिकोनिया पार्क में आयोजित जनसभा में राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे हमले बोले।
सभा को संबोधित करते हुए संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी संसद में ‘कट्टा-कट्टा’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं जबकि देश पर 200 लाख करोड़ रुपये का कर्ज हो चुका है। उन्होंने सवाल पूछा कि “देश की अर्थव्यवस्था की हालत इतनी खराब क्यों है? महंगाई आसमान पर क्यों है?”
संजय सिंह ने आरोप लगाया कि बिहार चुनाव में बड़े पैमाने पर वोट काटे गए, जिसे वह “सबसे बड़ा लोकतांत्रिक धोखा” बता रहे हैं। उन्होंने कहा—
“बिहार में भाजपा या एनडीए की जीत नहीं हुई। यह चुनाव आयोग और ज्ञानेश कुमार की जीत है। बिहार में 80 लाख वोट चोरी हुए, 14 लाख डुप्लीकेट वोट थे और 1 लाख वोट ऐसे थे जिनके नाम तक नहीं थे।”
सिंह ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में स्थिति इससे भी खराब हो सकती है। उन्होंने कहा कि जिन 202 विधानसभा सीटों की जांच की गई, उनमें से 128 सीटों पर ‘SIR’ के माध्यम से वोट काटे गए। उन्होंने सवाल किया—
“ये वोट किसके थे? दलितों के, पिछड़ों के, यादवों के, मुसलमानों के, ठाकुरों या ब्राह्मणों के? अगर बिहार में यह खेल हुआ, तो यूपी में 2 करोड़ वोट काटे जाएंगे।”
संजय सिंह ने यूपी सरकार पर भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार ने युवा वादों के नाम पर सिर्फ धोखा दिया है। उन्होंने कहा—
“मोदी ने कहा था हर साल 2 करोड़ नौकरी देंगे। फिर बोले पकोड़ा तलो, फिर बोले गोबर से रोजगार मिलेगा। यूपी के नौजवानों को क्या ये गोबर से रोजगार देने लायक समझते हैं?”
उन्होंने पेपर लीक पर योगी सरकार को घेरा और कहा—
“लेखपाल, सिपाही, दरोगा, एसएससी, यहां तक कि हाईस्कूल और इंटर—हर परीक्षा का पेपर लीक हो जाता है। नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।”
संजय सिंह ने मजदूरों, आशा बहुओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, शिक्षामित्रों और छोटे व्यापारियों की समस्याओं को भी यात्रा का मुख्य मुद्दा बताया। उन्होंने कहा कि कुटीर और लघु उद्योग बर्बाद हो चुके हैं और यूपी में रोजगार का संकट बढ़ता जा रहा है।
उन्होंने सामाजिक भेदभाव पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा—
“कभी दलितों पर अत्याचार, कभी पिछड़ों पर, कभी मुसलमानों पर… नफरत की बुनियाद पर दुनिया का कोई भी देश आगे नहीं बढ़ सकता। देश तो छोड़िए, एक परिवार भी आगे नहीं जा सकता।”
उन्होंने बुलंदशहर में एक सीआरपीएफ जवान को घोड़ी पर न चढ़ने देने की घटना तथा हरिओम वाल्मीकि की हत्या का जिक्र किया और इसे सामाजिक अन्याय बताया।
उन्होंने बताया कि यह यात्रा 12 तारीख को शुरू हुई है और 24 तारीख को समाप्त होगी। संजय सिंह ने जनता से अपील की—
“यह यात्रा बेरोजगारी और सामाजिक न्याय की लड़ाई है। आप सब इस यात्रा का हिस्सा बनिए।”
सभा के दौरान आशा बहुओं और किसान यूनियनों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे, जिन्होंने संजय सिंह का स्वागत किया।
अंत में उन्होंने बिहार चुनाव को लेकर दोबारा निशाना साधते हुए कहा—
“बिहार चुनाव का असली विजेता चुनाव आयोग है, एनडीए नहीं।”