सरस्वती शिशु मंदिर में शैक्षिक दक्षता हेतु विशेष कार्यक्रम का आयोजन

फतेहपुर-बाराबंकी। नगर क्षेत्र स्थित सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कॉलेज में आचार्यों की शैक्षिक दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षण क्षेत्र में गुणवत्ता को बढ़ावा देना और नई शिक्षा नीति (NEP) को शिक्षकों के कार्य में जोड़ना रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य वीरेंद्र कुमार वर्मा ने माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं पुष्पार्चन के साथ किया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष विजय कुमार जैन भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएँ:
प्रथम सत्र में आचार्यों को शारीरिक शिक्षा के अंतर्गत योग, आसन एवं प्राणायाम का अभ्यास कराया गया, जिससे शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति का संचार हो सके।
प्रधानाचार्य ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए शिक्षकों से कहा कि वे प्रभावी कदम उठाकर छात्र-छात्राओं में मानवीय और नैतिक मूल्यों का समावेश करें। उन्होंने समाज में नैतिक मूल्यों के पतन पर चिंता व्यक्त करते हुए संस्कारयुक्त शिक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यक्रम के अगले चरण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रमुख बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए पाठ योजना निर्माण पर विशेष चर्चा हुई।
पंचपदीय शिक्षण पद्धति—अधीति, बोध, अभ्यास, प्रयोग एवं प्रयास—को सम्मिलित करते हुए प्रभावी पाठ योजना तैयार करने पर बल दिया गया।
इस सत्र में विद्यालय के सभी शिक्षकों और शिक्षिकाओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को सक्षम बनाना और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में नए कदम उठाना रहा। इस पहल से शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और छात्रों के सर्वांगीण विकास की उम्मीद जताई जा रही है।