सरयू नदी में छोड़े गए 63 घड़ियाल के शावक, जलचर संरक्षण की दिशा में बड़ा कद


रामनगर, बाराबंकी। विलुप्तप्राय जलचरों की संख्या बढ़ाने और पर्यावरणीय संतुलन को मजबूत करने के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा सरयू नदी में बड़ी संख्या में घड़ियाल के शावक छोड़े गए। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को घड़ियाल पुनर्वास केंद्र कुकरेल, लखनऊ से लाए गए 63 घड़ियाल शावकों को नदी में पुनर्वासित किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख संजय तिवारी तथा वन संरक्षण लुप्तप्राय परियोजना उत्तर प्रदेश, लखनऊ के वन संरक्षक रंगा राजू मौजूद रहे। इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख संजय तिवारी ने कहा कि घड़ियालों की बढ़ती संख्या नदी की जैव विविधता के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और जल को स्वच्छ बनाए रखने में भी यह जलचर अत्यंत उपयोगी हैं।

कार्यक्रम में घड़ियाल पुनर्वास केंद्र लखनऊ की डॉ. अरुणिमा सिंह, डॉ. शैलेंद्र, अनामिका सिंह, वन क्षेत्राधिकारी अल्पना पांडेय, उप क्षेत्रीय वन अधिकारी सचिन पटेल, मनोज कुमार यादव, रोली अवस्थी और दुर्गेश यादव सहित बड़ी संख्या में वनकर्मी उपस्थित रहे।