महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कल घोषणा की कि वहां के स्कूल दिवाली बाद खुलेंगे. हालांकि स्कूल खोलने के लिए सभी सेफ्टी मेजर्स लिए जाएंगे. आपकी जानकारी के लिए बता दें ऐसा होने पर वहां के स्कूल एक लंबे समय के बाद खुलेंगे.
फिलहाल क्लास 9 से 12 के लिए ही स्कूल खोले जाएंगे जोकि 23 नवंबर 2020 से संभवतः होगा. हालांकि इसके पहले 17 से 23 नवंबर के मध्य टीचर्स को आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा, जिससे यह पता लगेगा कि शिक्षक कोविड पॉजिटिव तो नहीं हैं.
इस संबंध में मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य में स्कूल खोलने के पहले स्कूल प्रिमाइसेस का सैनिटाइजेशन और टीचर्स के हेल्थ चेकअप आदि का काम पूरा कर लिया जाएगा.
यही नहीं वे स्टूडेंट्स जो बीमार हैं या जिनके घर में कोई बीमार है उनके पैरेंट्स से कहा जाएगा कि वे अपने बच्चों को स्कूल न भेजें. इतना ही नहीं स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट, स्कूल खोलने के संबंध में जल्द ही स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स भी जारी करेगा.
इन बातों का रखा जाएगा ध्यान –
स्कूल खुलने के नियमों के विषय में बात करते हुए स्कूल एजुकेशन मिनिस्टर वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि स्कूल अल्टरनेट डेज पर खुलेंगे और एक बेंच पर केवल एक बच्चे को बैठने की अनुमति होगी.
स्टूडेंट्स से कहा जाएगा कि वे अपने घरों से खाना खाकर आएं और अपनी पानी की बोतल भी साथ कैरी करें.
जहां तक स्कूल के घंटों की बात है तो उसे घटाकर केवल चार घंटे कर दिया जाएगा और सिर्फ साइंस, मैथ्स और इंग्लिश विषय ही पढ़ाए जाएंगे.
बाकी विषयों की क्लासेस पहले की तरह ऑनलाइन ही कंडक्ट होंगी. बाकी विषयों की क्लासेस भी फेजेस में धीरे-धीरे आरंभ की जाएंगी.
इन हालातों को देखते हुए महाराष्ट्र में दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं मई के महीने में आयोजित होने की योजना बनाई गई है.
इस बारे में भी गायकवाड़ ने कहा कि महामारी की वजह से इस साल के बोर्ड एग्जाम मई 2021 के पहले कंडक्ट नहीं कराए जा सकते.
बोर्ड ने सिलेबस भी 25 प्रतिशत कम कर दिया था ताकि बीमारी की वजह से हुए लॉस को कम किया जा सके.