
मितौली (खीरी)। उप जिलाधिकारी मधुसूदन गुप्ता ने पदभार ग्रहण करने के बाद मितौली क्षेत्र में प्रशासनिक कार्यशैली की एक नई पहचान स्थापित की है। भ्रष्टाचार, अवैध खनन, फर्जी अस्पताल, राशन वितरण में अनियमितता और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों के विरुद्ध उन्होंने जिस तत्परता और सख्ती से कार्रवाई की है, उससे क्षेत्र की जनता में प्रशासन के प्रति विश्वास और सम्मान तेजी से बढ़ा है।
एसडीएम मधुसूदन गुप्ता के नेतृत्व में क्षेत्र में कानून का राज सख्ती से लागू हुआ है। चाहे मामला अवैध खनन का हो, माफिया नियंत्रण का या फिर जनता की दैनिक समस्याओं का — उन्होंने बिना किसी राजनीतिक या बाहरी दबाव के निष्पक्ष रूप से निर्णय लिए हैं। शिकायतों को गंभीरता से सुनना और तत्काल समाधान सुनिश्चित करना उनकी कार्यशैली का अभिन्न हिस्सा बन चुका है।
जनता के बीच बढ़ा विश्वास
उनकी पारदर्शी और संवेदनशील कार्यशैली ने प्रशासन और आमजन के बीच की दूरी को काफी हद तक कम किया है। अब नागरिक खुलकर अपनी समस्याएं प्रशासन तक पहुंचा पा रहे हैं और त्वरित समाधान भी पा रहे हैं।
प्रयासों का परिणाम
इन प्रयासों के परिणामस्वरूप मितौली तहसील क्षेत्र में प्रशासनिक व्यवस्था एक आदर्श मॉडल के रूप में उभर रही है। जनता के बीच मधुसूदन गुप्ता की निष्पक्षता, सक्रियता और जनहितैषी दृष्टिकोण की सराहना की जा रही है। उनकी निष्ठा और समर्पण ने उन्हें न केवल जनता का चहेता अधिकारी बनाया है बल्कि शासन-प्रशासन के लिए भी एक प्रेरणास्रोत के रूप में स्थापित किया है।