मिशन शक्ति अभियान के तहत प्रदेश में समस्त बोर्डों के माध्यमिक विद्यालयों में विशेष अभियान चलाया गया
लखनऊ। माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा मिशन शक्ति अभियान के सुचारू एवं नियमित क्रियान्वयन के अंतर्गत 11 दिसंबर से 21 दिसंबर तक प्रदेश में समस्त बोर्डों के सभी माध्यमिक विद्यालय में विशेष अभियान संचालित किया गया। निदेशक माध्यमिक शिक्षा विनय कुमार पांडेय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मिशन शक्ति अभियान के तहत दूरदर्शन उत्तर प्रदेश चैनल पर प्रसारित वीडियो के माध्यम से दिनांक 11 दिसंबर को 18037 विद्यालयों में 401873 बालिकाओं व 27834 शिक्षिकाओं ने, 12 दिसंबर को 19534 विद्यालयों में 327909 बालिकाओं व 29761 शिक्षिकाओं ने, 14 दिसंबर को 19835 विद्यालयों में 337575 बालिकाओं व 28366 शिक्षिकाओं ने, 15 दिसंबर को 19229 विद्यालयों में 322877 बालिकाओं व 32924 शिक्षिकाओं ने, 16 दिसंबर को 17898 विद्यालयों में 312641 बालिकाओं व 31328 शिक्षिकाओं ने आत्मरक्षा का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
निदेशक ने बताया कि मिशन शक्ति अभियान के तहत 17 दिसंबर को विभिन्न ऐतिहासिक, सामाजिक घटनाक्रम में महिलाओं के योगदान पर 18,481 विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के मध्य चर्चा का आयोजन किया गया जिसमें 3,22,279 बालिकाओं सहित 30,840 शिक्षिकाएं भी सम्मिलित रहीं। 18 दिसंबर को न्यायिक विशेषज्ञों एनजीओ महिला पुलिस के सहयोग से 15689 विद्यालयों में घरेलू हिंसा अधिनियम पर विस्तृत चर्चा की गई जिसमें 262930 बालिकाओं व 26261 शिक्षिकाएं सम्मिलित हुई। उन्होंने बताया की मिशन शक्ति अभियान के तहत 19 दिसंबर को महिला सशक्तिकरण विषय पर स्वरचित कविता का पाठ एवं निबंध लेखन का ऑनलाइन आयोजन किया गया, जबकि 21 दिसंबर को महिला चिकित्सकों के सहयोग से 14722 विद्यालयों में किशोरावस्था में उत्तम स्वास्थ्य के प्रति बालिकाओं को जागरूक किया गया तथा किशोरावस्था से संबंधित समस्याओं हेतु सकारात्मक परामर्श पर परिचर्चा भी को गई जिसमें 254106 बालिकाएं व 23377 शिक्षिकाएं शामिल हुई।