17 सितंबर से 02 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा: विकसित भारत थीम पर पेंटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन


उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने गुरुवार को गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन में संस्कृति विभाग की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि 17 सितंबर से 02 अक्टूबर 2025 तक आयोजित होने वाले सेवा पखवाड़ा-2025 को पूरे प्रदेश में भव्य और गरिमामयी ढंग से मनाया जाए। यह पखवाड़ा विकसित भारत की व्यापक परिकल्पना पर आधारित होगा, जिसका उद्देश्य भारत को वर्ष 2047 तक पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने की संकल्पना को जन-जन तक पहुँचाना है।

मंत्री ने कहा कि सेवा पखवाड़ा के तहत सभी जनपदों में चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, जिसमें “विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत एवं डिजिटल भारत” की परिकल्पना को रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया जाएगा। प्रतियोगिताएं तीन वर्गों में होंगी—जूनियर वर्ग (कक्षा 9 से 12), सीनियर वर्ग (स्नातक एवं परास्नातक) और सामान्य वर्ग। इसमें किसी भी आयु वर्ग का कला प्रेमी प्रतिभाग कर सकेगा।

प्रतियोगिताओं में प्रत्येक वर्ग से उत्कृष्ट तीन पेंटिंग्स का चयन जिला विद्यालय निरीक्षक की अध्यक्षता में गठित समिति करेगी। चयनित प्रतिभागियों को प्रथम पुरस्कार 51,000 रुपये, द्वितीय पुरस्कार 21,000 रुपये और तृतीय पुरस्कार 11,000 रुपये के साथ प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। एक जनपद में पुरस्कार राशि के लिए कुल ₹2,49,000 संस्कृति विभाग द्वारा संबंधित जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद को उपलब्ध कराई जाएगी।

पर्यटन मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी जनपदीय प्रतियोगिताएं अनिवार्य रूप से 17 से 30 सितंबर के बीच सम्पन्न कराई जाएं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा मूर्ति निर्माण और अन्य विकास कार्य तेजी से पूरे किए जाएं ताकि जनता को इसका लाभ समय पर मिल सके।

सेवा पखवाड़ा के दौरान सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा “विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत एवं डिजिटल भारत” पर आधारित प्रदर्शनी भी लखनऊ स्थित जीपीओ पार्क में लगाई जाएगी। मंत्री ने उम्मीद जताई कि इन प्रतियोगिताओं और प्रदर्शनी से युवा प्रतिभाओं को अपनी रचनात्मकता दिखाने का अवसर मिलेगा और विकसित भारत की परिकल्पना जन आंदोलन का रूप लेगी।

बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम, विशेष सचिव संजय कुमार सिंह, पर्यटन सलाहकार जेपी सिंह, निदेशक अभिलेखागार अमित अग्निहोत्री और सहायक निदेशक संस्कृति तुहीन द्विवेदी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।