
हरदोई। शाहाबाद नगर की प्रमुख और व्यस्त सड़कों में गिनी जाने वाली बेझा रोड इस समय जलभराव और गंदगी की गंभीर समस्या से जूझ रही है। बरसात होते ही इस सड़क पर नाले का गंदा पानी भर जाता है, जिससे यह मार्ग किसी तालाब जैसा नजर आने लगता है। हालत इतनी खराब हो जाती है कि वासितनगर की ओर जाने वाला मार्ग पूरी तरह से बंद हो जाता है।
यह समस्या नई नहीं है, बल्कि वर्षों से चली आ रही है। नगर पालिका की उपेक्षा के कारण न तो जलनिकासी की समुचित व्यवस्था की गई है और न ही नालों की नियमित सफाई होती है। सड़क का स्तर भी इतना नीचा है कि थोड़ी सी बारिश में ही पूरा इलाका पानी से लबालब हो जाता है। इससे दुकानदार, छात्र-छात्राएं और आम राहगीर सभी प्रभावित हो रहे हैं।
बेझा रोड से होकर कई विद्यालयों का मार्ग गुजरता है, जिनमें आदर्श राष्ट्रीय इंटर कॉलेज प्रमुख है। ऐसे में बारिश के दौरान छात्र-छात्राओं को गंदे पानी में से होकर स्कूल जाना पड़ता है। कई बार फिसलकर गिरने की घटनाएं भी हो चुकी हैं, जिससे न केवल शिक्षा बाधित हो रही है, बल्कि स्वास्थ्य पर भी खतरे मंडरा रहे हैं। बदबू और कीचड़ ने क्षेत्रवासियों का जीना मुश्किल कर दिया है, लेकिन नगरपालिका का रवैया पूरी तरह से उदासीन बना हुआ है।
स्थानीय दुकानदार राममोहन वाजपेई ने नाराज़गी जताते हुए कहा, “नगरपालिका सिर्फ दिखावे की कार्रवाई करती है, कोई ठोस समाधान नहीं किया जाता।” वहीं कुछ छात्र-छात्राओं ने बताया कि “हर बार जूते गीले हो जाते हैं, कई बार गिर चुके हैं, लेकिन कोई अधिकारी देखने नहीं आता।”
बरसात के दौरान बेझा रोड की हालत इतनी बदतर हो जाती है कि लोगों का आवागमन पूरी तरह बाधित हो जाता है। लोग घंटों इंतजार करते हैं या फिर लम्बा वैकल्पिक रास्ता अपनाने को मजबूर होते हैं। नागरिकों का कहना है कि शिकायतों के बाद भी न कोई निरीक्षण होता है और न ही स्थायी समाधान मिलता है।
क्षेत्रीय जनता का गुस्सा अब फूटने को तैयार है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि गंदे नाले की सफाई, जलनिकासी की उचित व्यवस्था और सड़क के पुनर्निर्माण को प्राथमिकता दी जाए। साथ ही, वासितनगर मार्ग की अवरुद्ध स्थिति को देखते हुए तत्काल हस्तक्षेप आवश्यक है।