
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की नौकरशाही में बड़ा बदलाव हुआ है। राज्य सरकार ने शशि प्रकाश गोयल (एसपी गोयल) को प्रदेश का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है। मौजूदा मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह आज रिटायर हो गए हैं और उन्हें सेवा विस्तार नहीं मिल सका। इसके साथ ही यह स्पष्ट हो गया कि सरकार ने वरिष्ठता और प्रशासनिक अनुभव को ध्यान में रखते हुए एसपी गोयल को यह जिम्मेदारी सौंपी है।

एसपी गोयल 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और फिलहाल उत्तर प्रदेश के सबसे वरिष्ठ अधिकारी माने जाते हैं। वे अभी तक मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत थे और बीते करीब आठ वर्षों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रमुख भरोसेमंद अफसरों में गिने जाते रहे हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय में लंबे कार्यकाल के दौरान उन्होंने राज्य सरकार की कई प्रमुख योजनाओं को अमल में लाने में अहम भूमिका निभाई।
एसपी गोयल का प्रशासनिक अनुभव काफी विस्तृत है। वह पूर्व में विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव और सचिव रह चुके हैं। उनकी छवि एक अनुशासित, नीतिनिर्माता और निर्णय लेने में दक्ष अफसर के तौर पर रही है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें ब्यूरोक्रेसी के शीर्ष पद की जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय लिया।
मुख्य सचिव के रूप में एसपी गोयल की नियुक्ति को राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में स्थिरता और सुदृढ़ नेतृत्व की दृष्टि से देखा जा रहा है। चूंकि वे मुख्यमंत्री सचिवालय से सीधे मुख्य सचिव के पद पर आए हैं, इसलिए यह उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री और प्रशासनिक अमले के बीच बेहतर समन्वय बना रहेगा।
इस बीच, पूर्व मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह का कार्यकाल बिना किसी सेवा विस्तार के समाप्त होना भी चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि, उन्होंने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर प्रभावी ढंग से काम किया, लेकिन सरकार ने इस बार सेवा विस्तार की परंपरा को आगे नहीं बढ़ाया।
एसपी गोयल के नेतृत्व में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि राज्य की प्रशासनिक दिशा किस तरह आगे बढ़ती है। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के अहम वर्ष में ब्यूरोक्रेसी की कमान एक अनुभवी और वरिष्ठ अधिकारी के हाथ में सौंप दी गई है।