शिक्षकों ने ज्ञापन देकर माँगा न्याय

हरदोई। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने जबरन लागू की गई शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का विरोध करते हुए जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। बताते चलें कि सर्वोच्च न्यायालय ने एक सितंबर को आदेश दिया था कि सेवा में कार्यरत सभी शिक्षकों को दो वर्ष के भीतर टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा। इस फैसले के बाद से ही शिक्षकों में रोष व्याप्त है।

प्रांतीय कोषाध्यक्ष शिवशंकर पाण्डेय ने कहा कि किसी भी शिक्षक को कोर्ट जाने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि संघ का पहला प्रयास सरकार से राहत दिलाने का है। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने भी ट्वीट कर शिक्षकों के पक्ष में बात कही है।

जिलाध्यक्ष अक्षत पाण्डेय ने कहा कि इस आदेश के लागू होने के महज 15 दिनों में ही प्रदेश में तीन शिक्षकों की मौत हो चुकी है। जबकि नियुक्त सभी शिक्षक अपनी नियुक्ति के समय तय योग्यता मानकों को पूरा करके ही नौकरी पर आए थे। सेवा के बीच में इस तरह का नया नियम लागू करना अन्य किसी संवर्ग पर नहीं है, इसलिए शिक्षक समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।

उन्होंने कहा कि ज्ञापन के जरिए प्रधानमंत्री तक अपनी बात पहुँचाई गई है और यदि यह आदेश वापस नहीं हुआ तो जनपद के सभी शिक्षक प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा और कोषाध्यक्ष शिवशंकर पाण्डेय के नेतृत्व में दिल्ली में एकजुट होकर आंदोलन करेंगे।