
लखीमपुर खीरी। मितौली क्षेत्र की सुनौरा मिर्जापुर ग्राम पंचायत में आयोजित तृतीय श्री शतचंडी महायज्ञ एवं विराट संत सम्मेलन पूर्णाहुतियों के साथ भव्य एवं श्रद्धापूर्वक सम्पन्न हुआ। कई दिनों तक चले इस धार्मिक अनुष्ठान में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और भक्ति, ज्ञान व आध्यात्मिक रस का अनुभव किया।
कार्यक्रम के दौरान वृंदावन धाम से पधारी साध्वी साक्षी शुक्ला ने श्रीमद्भागवत कथा का रसपान कराते हुए श्रीराधा-कृष्ण के सुमधुर भजनों से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। उनके भजनों और कथा प्रवचनों से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया। वहीं नैमिष धाम से पधारे भारतीय हिन्दू परिषद के संरक्षक एवं अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक महंत सुरेश चंद्र अवस्थी जी ने अपनी अमृतमयी वाणी से मार्मिक कथाओं और सुंदर भजनों का वर्णन कर श्रद्धालुओं को भावुक कर दिया।
नैमिषधाम से ही पधारे भारतीय हिन्दू परिषद अंतरराष्ट्रीय संगठन के संस्थापक राष्ट्रप्रहरी पवनेश जी महाराज ने अपनी ओजस्वी अमृतवाणी से गौ-सेवा, गौ-रक्षा और राष्ट्रसेवा को सर्वोपरि धर्म बताते हुए देशभक्ति से ओतप्रोत भजन सुनाए, जिससे श्रोता राष्ट्रप्रेम और धर्मभाव से ओतप्रोत हो उठे। कार्यक्रम में मानस मर्मज्ञ हेमंत शास्त्री ने अपनी अमृतमयी वाणी से राम कथा का भावपूर्ण वर्णन किया, जबकि परमविद्वान मानस वक्ता नंदन मिश्रा ने भी राम कथा के माध्यम से धर्म, मर्यादा और आदर्शों का संदेश दिया।
विभिन्न संत-महात्माओं और विद्वान वक्ताओं द्वारा की गई भगवद चर्चा से संत समागम का आयोजन आध्यात्मिक ऊंचाइयों को छूता नजर आया। कार्यक्रम का कुशल संचालन परमविद्वान पंडित प्रेम सागर मिश्र ने किया, जिन्होंने अपनी अमृतमयी वाणी से आध्यात्मिक वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए दूर-दराज से पधारे संत-विद्वानों का स्वागत, सम्मान एवं आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान पंडित प्रेम बाजपेई, कमल मिश्रा सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य नागरिक, श्रद्धालु और भक्तजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। पूरे आयोजन के दौरान ग्राम पंचायत सुनौरा मिर्जापुर का वातावरण भक्ति, श्रद्धा और आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण रहा।