
जौनपुर (जलालपुर)।
जनहित शिक्षण संस्थान में भारतीय जनता पार्टी, जिला मछलीशहर द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर एक भव्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद डॉ. संगीता बलवंत रहीं, जिन्होंने डॉ. मुखर्जी के जीवन, संघर्ष और राष्ट्र निर्माण में दिए गए योगदान पर विस्तृत प्रकाश डाला।
सांसद ने कहा कि डॉ. मुखर्जी केवल राजनेता नहीं, बल्कि स्वतंत्र भारत की राजनीतिक चेतना के स्थापक थे। उन्होंने देश की एकता और अखंडता को सर्वोपरि मानते हुए “एक देश में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान नहीं चलेंगे” का ऐतिहासिक नारा दिया, जो आज भी राष्ट्रभक्ति का प्रतीक बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि डॉ. मुखर्जी भारत के पहले उद्योग मंत्री रहे और आधुनिक औद्योगिक भारत की नींव रखने में उनका योगदान महत्त्वपूर्ण रहा। बंगाल में हिन्दू समाज की रक्षा, विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता और अनुच्छेद 370 का विरोध उनके जीवन की प्रमुख उपलब्धियाँ रहीं।
कार्यक्रम को पूर्व विधायक गुलाब चंद सरोज, पूर्व विधायक दिनेश चौधरी और वरिष्ठ भाजपा नेता ब्रह्मदेव उपाध्याय ने भी संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने डॉ. मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके विचारों को आज की राजनीति में अत्यंत प्रासंगिक बताया।
संगोष्ठी की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. अजय कुमार सिंह ने की, संचालन डॉ. नृपेन्द्र सिंह ने किया। कार्यक्रम में ज्ञानेंद्र मिश्रा, संदीप सिंह, अरविंद सिंह, राजेंद्र श्रीवास्तव, मेहीलाल गौतम, मनोज दुबे, जटाशंकर सिंह, विजय पटेल, राकेश शुक्ला, ऊषा किरण, पंकज सिंह, स्कन्द पटेल, पवन गुप्ता, श्रीप्रकाश पांडेय, बृजेश सिंह, कमलेश सिंह, राजेश सोनकर, श्यामदत्त दुबे, शिवशंकर गुप्ता, गुरुचरण सोनकर, श्रवण गुप्ता, रामलाल मौर्या सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।