कड़ी मशक्कत के बाद प्रशासन ने हटवाया अवैध कब्जा, सार्वजनिक मार्ग पर हो रही खेती को कराया गया खत्म

सिद्धौर, बाराबंकी। नगर पंचायत सिद्धौर क्षेत्र में सार्वजनिक मार्ग पर किए गए अवैध कब्जे को हटवाने के लिए पुलिस और प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। कार्रवाई के दौरान अवैध कब्जेदारों के घर की महिलाओं ने राजस्व कर्मियों से तीखी नोकझोंक की, हालांकि महिला पुलिस के सहयोग से अंततः बुलडोजर चलवाकर सार्वजनिक मार्ग को कब्जामुक्त कराया गया।
मामला नगर पंचायत सिद्धौर के मोहल्ला दक्षिणी अंसारी स्थित बरगदहा का है, जहां मोहल्ले के कुछ दबंग लोगों मंशाराम, प्रेमचंद्र, रामतीरथ, रामचन्द्र सहित अन्य ने सार्वजनिक मार्ग पर जबरन कब्जा कर गेहूं की फसल बो दी थी। इस मार्ग से मोहल्ले के लोगों का आवागमन होता था, लेकिन कब्जेदार न केवल रास्ता अवरुद्ध कर रहे थे बल्कि आने-जाने वालों से अभद्रता भी करते थे।
इस संबंध में मोहल्ला निवासी दौलतराम रावत ने अधिशासी अधिकारी सिद्धौर आशुतोष त्रिपाठी से शिकायत की थी। शिकायत पर अधिशासी अधिकारी ने मौके का निरीक्षण कर थाना असंद्रा में दबंगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया और पहली बार सार्वजनिक मार्ग को खाली कराया गया था। इसके बावजूद कुछ दिनों बाद दबंगों ने पुनः उसी सार्वजनिक मार्ग पर अवैध कब्जा कर गेहूं की फसल बो दी।
दोबारा शिकायत मिलने पर सोमवार दोपहर नायब तहसीलदार सिद्धौर सौरभ सिंह, अधिशासी अधिकारी आशुतोष त्रिपाठी, चौकी इंचार्ज राम प्रकाश मिश्र भारी पुलिस बल और राजस्व कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों को देखकर अवैध कब्जेदारों के घर की महिलाएं रास्ते पर बैठ गईं और नायब तहसीलदार व कर्मचारियों से बदसलूकी करने लगीं। काफी देर तक समझाने के बावजूद जब महिलाएं नहीं मानीं तो महिला पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभालते हुए उन्हें हटाया और सख्त चेतावनी दी।
इसके बाद जेसीबी मशीन की मदद से सार्वजनिक मार्ग पर की गई खेती को हटवाकर अवैध कब्जा पूरी तरह से साफ कराया गया। कार्रवाई के दौरान क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल रहा, लेकिन प्रशासन की सख्ती के आगे कब्जेदारों की एक नहीं चली।
इस संबंध में अधिशासी अधिकारी आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि गाटा संख्या 1509 सार्वजनिक मार्ग के लिए आरक्षित है और मोहल्ले के लोग इसी रास्ते से आवागमन करते हैं। कुछ लोगों द्वारा इस पर अवैध कब्जा कर लिया गया था, जिसे हटवा दिया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में दोबारा सार्वजनिक मार्ग पर कब्जा करने का प्रयास किया गया तो संबंधित लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।