
रिपोर्ट — अमर भारती संवाददाता
सिंगाही, खीरी।
सिंगाही कस्बे की श्रीरामलीला में आस्था और संस्कृति के नाम पर अश्लीलता परोसे जाने का मामला सामने आया है। मेले के मंच पर बार बालाओं ने फिल्मी गानों पर अशोभनीय नृत्य कर मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ दीं। दर्शकों के सामने शारीरिक फूहड़ता का प्रदर्शन करते हुए ये दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं।
आश्चर्य की बात यह है कि रामलीला मंच से महज कुछ ही कदमों की दूरी पर पुलिस चौकी मौजूद है, लेकिन किसी भी पुलिसकर्मी ने इस अश्लील नृत्य को रोकने का प्रयास नहीं किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिसकर्मी मंच के पास मौजूद रहे और नृत्य का आनंद उठाते नजर आए।
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन और आयोजन समिति दोनों ने योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति की धज्जियां उड़ाई हैं। मेले में बिना अनुमति के झूले, मौत का कुआं, और सर्कस जैसे आयोजन किए जा रहे हैं, जिनमें सुरक्षा व्यवस्था का भी अभाव है।
⚠️ नाबालिग बच्चे के साथ मारपीट का मामला भी आया सामने
रामलीला मेले में लगे “सेफ्टी” की दुकान चलाने वाले ठेकेदार छोटे लाल निवासी पलिया पर आरोप है कि उन्होंने 10 वर्षीय एक बालक को बुरी तरह पीट दिया, जिससे वह घायल हो गया।
बताया गया कि रात में रिकॉर्डिंग डांस के दौरान कुछ बच्चे मंच के पास पहुंच गए, जिस पर विवाद बढ़ गया और मारपीट हुई।
स्थानीय लोगों ने इस घटना की शिकायत पुलिस से की, लेकिन सिंगाही पुलिस ने मामले को दबा दिया।
थाना प्रभारी अजीत कुमार ने इस संबंध में कहा —
“मेले में किसी भी तरह की मारपीट की घटना नहीं हुई है। जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, वे तिकुनिया मेले के बताए जा रहे हैं।”