सेप्टिक टैंक में उतरे मासूम को बचाने में तीन की मौत, दो का चल रहा इलाज

सीतापुर। थाना क्षेत्र सकरन के ग्राम सुकेढा में रविवार की सुबह दर्दनाक हादसा हो गया। एक सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान मासूम को बचाने के प्रयास में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई है। यह हादसा सुबह करीब 10 बजे हुआ, जब गांव निवासी अनिल कुमार पुत्र पूरन (40) ने अपने घर के सामने बने सेप्टिक टैंक की सफाई के लिए अपने चचेरे भाई विवेक कुमार (16) को अंदर भेजा। जैसे ही विवेक टैंक के अंदर उतरा, उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और वह बेहोश होकर गिर पड़ा।

अनिल कुमार ने जब यह देखा तो तुरंत उसे बचाने के लिए टैंक में उतर गया। अनिल ने किसी तरह विवेक का हाथ पकड़कर उसे बाहर निकालने की कोशिश की। विवेक तो किसी तरह बाहर आ गया, लेकिन अनिल खुद चक्कर खाकर टैंक के भीतर फंस गया और बाहर नहीं निकल सका।

अनिल को बचाने के लिए गांव के ही राजकुमार पुत्र श्रीराम (45) टैंक में उतरे, लेकिन वह भी बेहोश होकर वहीं फंस गए। इसके बाद गांव के रंगीलाल पुत्र चक्कर (45) भी हिम्मत जुटाकर दोनों को बचाने के लिए टैंक में उतरे, लेकिन वह भी वापस न आ सके। देखते ही देखते तीनों लोग टैंक में डूब गए और बाहर नहीं निकल पाए।

कुछ देर बाद गांव के ही दीपू पुत्र राजकुमार (25) और अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे। दीपू ने किसी तरह विवेक और बाकी लोगों को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन वह खुद भी बेहोश हो गया। आनन-फानन में सभी को एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांडा ले जाया गया।

डॉ. सुनील यादव ने जांच के बाद अनिल कुमार, राजकुमार और रंगीलाल को मृत घोषित कर दिया। विवेक और दीपू का उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांडा में चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक विवेक की हालत खतरे से बाहर है, जबकि दीपू को प्राथमिक उपचार दिया गया है।

इस दर्दनाक हादसे की सूचना मिलते ही सकरन थाना प्रभारी नवनीत मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। वहीं एडिशनल एसपी आलोक कुमार भी घटनास्थल पर मौजूद रहे। गांव में एक साथ तीन लोगों की मौत से मातम का माहौल है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।