सीतापुर में दर्दनाक हादसा: कच्ची दीवार गिरने से दो मासूमों की मौत, नाना गंभीर रूप से घायल!

सिधौली, सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद के सिधौली कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत खैरन देश नगर गांव में सोमवार तड़के एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिससे पूरे गांव में मातम पसर गया। सुबह करीब 3:30 बजे एक कच्चे मकान की दीवार अचानक भरभराकर गिर गई। हादसे में दो मासूम बच्चियों की मलबे में दबकर मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनका नाना गंभीर रूप से घायल हो गया।

घटना के वक्त 65 वर्षीय रामपाल अपनी दो नातिनों – चांदनी (14 वर्ष) और शिवांशी (12 वर्ष) के साथ घर के अंदर सो रहे थे। अचानक कच्ची दीवार और ऊपर का छप्पर गिर गया, जिससे तीनों दब गए। भारी आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर दौड़े और मलबा हटाकर सभी को बाहर निकाला। तत्काल एंबुलेंस की मदद से तीनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सिधौली ले जाया गया।

स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचने पर डॉक्टरों ने चांदनी और शिवांशी को मृत घोषित कर दिया। दोनों बच्चियों की मौत से परिवार ही नहीं, पूरा गांव शोक में डूब गया है। घायल रामपाल को प्राथमिक इलाज के बाद लखनऊ रेफर किया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मुआयना किया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

ग्रामीणों ने बताया कि मकान काफी पुराना और जर्जर हालत में था। हाल ही में हुई बारिश से मिट्टी की दीवार और छप्पर और कमजोर हो गया था। बावजूद इसके परिवार के पास पक्के मकान का कोई विकल्प नहीं था, जिस कारण वे उसी कच्चे घर में रहने को मजबूर थे।

घटना के बाद से गांव में शोक की लहर है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने और उनके लिए पक्का मकान उपलब्ध कराने की मांग की है।

प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, तहसील और राजस्व टीम को भेजा गया है और नियमानुसार सहायता राशि प्रदान की जाएगी। अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे जर्जर मकानों में न रहें और प्रशासन को सूचना दें ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।

यह हादसा एक बार फिर सवाल खड़ा करता है कि ग्रामीण इलाकों में जर्जर मकानों में रहने वाले गरीब परिवारों की सुरक्षा के लिए कौन ज़िम्मेदार है। स्थानीय लोग अब सरकार से स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं, जिससे इस तरह की त्रासदियों को टाला जा सके।