छात्र शिवम की लाश संग परिजनों ने चौराहे पर लगाया जाम, स्कूल पर लापरवाही का आरोप

प्रयागराज। इंडियन पब्लिक स्कूल के हाई स्कूल छात्र शिवम की मौत ने गंभीर रूप ले लिया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शुक्रवार को परिजन शिवम के शव को लेकर धूमनगंज पुलिस चौकी पहुंचे और उसे चौराहे पर रखकर चक्का जाम कर दिया। इस दौरान शव को कब्जे में लेने को लेकर परिजन और पुलिस के बीच जमकर छीना-झपटी हुई। परिजनों ने स्कूल प्रशासन और पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।

परिजनों का आरोप है कि स्कूल की भारी लापरवाही के कारण शिवम की मौत हुई है और प्रशासन मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है। न्याय की मांग करते हुए परिजन चौराहे पर धरने पर बैठ गए, जिससे प्रयागराज–कानपुर हाईवे पर घंटों अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। वाहनों की लंबी कतार लग गई और कई वाहन रेंगते नजर आए। जाम में एम्बुलेंस भी फंस गई, जिससे मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।

सूचना मिलते ही प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। काफी समझाने-बुझाने और मशक्कत के बाद जाम खुलवाया जा सका। पुलिस ने आश्वासन दिया कि परिजनों के आरोपों की निष्पक्ष जांच की जाएगी।

मृतक छात्र शिवम की उम्र 14 वर्ष थी और वह भोला का पूरा निवासी अमर सिंह का इकलौता बेटा था। वह इंडियन पब्लिक स्कूल, ट्रांसपोर्ट नगर में 10वीं कक्षा में पढ़ता था। परिजनों के अनुसार गुरुवार को स्कूल में स्पोर्ट्स डे था, इस कारण शिवम ने देर से लौटने की बात कहकर घर छोड़ा था।

दोपहर में पड़ोसी अभय यादव ने परिवार को सूचना दी कि शिवम की तबीयत अचानक बिगड़ गई है और उसे नारायण स्वरूप अस्पताल ले जाया गया है। परिजनों का आरोप है कि जब वे पहुंचे, तो स्कूल प्रबंधन शिवम को दूसरे अस्पताल—यूनाइटेड मिड सिटी—ले जा चुका था। वहां पहुंचने पर परिजनों ने शिवम के हाथ-पैर में बिजली से जलने जैसे निशान देखे।

परिजनों के विरोध के बाद स्कूल प्रबंधन ने शिवम को बेहोश बताकर स्वरूपरानी अस्पताल रेफर किया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार ने घटना के लिए स्कूल प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए धूमनगंज पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।