Swiggy: ऑनलाइन डिलीवरी की दुनिया में दो बड़े नाम Swiggy और Rapido दोनों की राहें अब अलग हो रही हैं। कारोबार को लेकर टकराव इतना बढ़ गया कि Swiggy ने बड़ा फैसला लिया है। जी हां, कंपनी अब अपनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। आखिर क्यों लिया गया यह फैसला, और इसका असर आम यूज़र और इंडस्ट्री पर क्या होगा आज हम आपको बताएंगे पूरी कहानी।
Swiggy: Swiggy ने लिया बड़ा फैसला
Swiggy, जो ऑनलाइन फूड डिलीवरी की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है, ने कुछ साल पहले Rapido में निवेश किया था। Rapido बाइक टैक्सी और कैब एग्रीगेटर सर्विस तेज़ी से बढ़ रही थी और इस साझेदारी से दोनों कंपनियों को फायदा मिलने की उम्मीद थी। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। कारोबार के मॉडल और भविष्य की रणनीति को लेकर दोनों कंपनियों के बीच खींचतान शुरू हो गई।
सूत्रों के मुताबिक, Rapido अपने बिज़नेस मॉडल का विस्तार करना चाहता है, जबकि Swiggy चाहती थी कि इस साझेदारी से उसका फूड डिलीवरी बिज़नेस मज़बूत हो। Rapido धीरे-धीरे अपने राइड-शेयरिंग और कैब मॉडल पर ज़्यादा फोकस करने लगा, जबकि Swiggy को उम्मीद थी कि वह Swiggy के इंस्टेंट डिलीवरी सर्विस में भी अहम भूमिका निभाए।
यही रणनीतिक मतभेद दोनों कंपनियों के बीच दरार का सबसे बड़ा कारण बना। अंदरखाने यह भी खबर है कि Rapido ने कुछ फैसले Swiggy की सहमति के बिना लेने शुरू कर दिए थे, जिससे रिश्तों में और खटास आ गई।
अब Swiggy ने साफ कर दिया है कि वह Rapido से अपनी हिस्सेदारी बेचकर बाहर निकल जाएगी। निवेशक समुदाय इसे एक स्ट्रैटेजिक रिट्रीट मान रहा हैयानी Swiggy अब अपने कोर बिज़नेस, यानी फूड और क्विक डिलीवरी पर ही फोकस करना चाहती है।
वहीं Rapido अपने निवेशकों से नई फंडिंग जुटाकर स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ने की कोशिश करेगा। यूज़र्स के लिए इसका सीधा असर नहीं दिखेगा क्योंकि दोनों की ऐप्स अलग-अलग चलती हैं। लेकिन इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगर Rapido और Swiggy का गठबंधन मज़बूत रहता, तो भारत के ऑन-डिमांड डिलीवरी और मोबिलिटी सेक्टर में एक बड़ा गेमचेंजर साबित हो सकता था।
अब दोनों कंपनियां अपनी-अपनी दिशा में आगे बढ़ेंगी Swiggy अपने फूड और किराना डिलीवरी पर और Rapido बाइक टैक्सी और कैब सर्विस पर। तो कारोबार की इस जंग में Swiggy और Rapido ने अपनी राहें अलग कर ली हैं। सवाल ये है
कि क्या ये फैसला Swiggy को अपने बिज़नेस पर और मज़बूती से फोकस करने में मदद करेगा या फिर Rapido अकेले ही मार्केट में नई ऊँचाइयाँ छू पाएगा? आने वाला वक्त ही इस बड़े कॉर्पोरेट टकराव का असली नतीजा बताएगा।
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