बाराबंकी में आज भी मौजूद है भगवान राम का बचपन में चलाया एक तीर, सप्त ऋषि आश्रम अब खंडहर में हो रहा तब्दील

बाराबंकी। ‘गुरु गृह पढ़न गए रघुराई, अल्प काल विद्या सब आई…’—रामचरितमानस की ये चौपाइयां जिस जगह…