नई दिल्ली। बीते 15 अगस्त को देश के तीन बड़े प्रांत काबुल, कंधार, हेरात समेत पूरे अफ़ग़ानिस्तान पर कब्जा कर इठलाने वाले तालिबानियों ने अफ़ग़ान के नागरिकों को देश छोड़ने पर मज़बूर करने के बाद कुछ ही दिन पहले कुछ झूठे दावे पेश किए। दरअसल अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल कब्जाने के बाद भी पंजशीर पर कब्जा करने में हमेशा विफल रहने वाले तालिबान ने कहा कि उन्होंने पंजशीर पर भी पूरी तरह से कब्जे कर लिया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने दावा किया है कि उन्होंने पंजशीर के अंतिम केंद्र पर पूरी तरह से जीत हासिल कर ली है।
तालिबान ने जारी की पंजशीर की तस्वीरें
तालिबान ने पंजशीर की तस्वीरें जारी की हैं. एक तस्वीर में पंजशीर में तालिबानी झंडा फहरता हुआ नज़र आ रहा है तो दूसरी तरफ तालिबानी कमांडर पंजशीर में मौजूद हैं और पीछे की दीवार पर अहमद शाह मसूद की फोटो भी नजर आ रही है। तालिबान ने दावा किया है कि उन्होंने पंजशीर समेत अफगानिस्तान के सभी 34 प्रांतों पर कब्जा कर लिया है।
तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद का दावा
तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि “अल्लाह की मदद और हमारे लोगों के समर्थन से पंजशीर भी इस्लामिक अमीरात के नियंत्रण में आ गया है। पंजशीर में विद्रोही हार गए हैं और बाकी भाग गए हैं। पंजशीर में दबाए गए और सम्मानित लोगों को रिहा कर दिया गई है।”
बकौल जबीउल्ला “मैं भरोसा दिलाता हूं कि पंजशीर के लोगों के साथ किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। आप सभी हमारे भाई हैं। हम सभी मिलकर एक लक्ष्य के लिए देश की सेवा करेंगे। पंजशीर पर जीत के बाद पूरे देश में युद्ध खत्म हो गया है। अब हमारे देश में शांति और समृद्धि होगी।”
एनआरएफ के मुताबिक झूठा है तालिबान का दावा
राष्ट्रीय प्रतिरोध बल (एनआरएफ) ने तालिबान के दावे को खारिज किया है। एनआरएफ ने कहा कि तालिबान का पंजशीर पर कब्जे का दावा झूठा है। एनआरएफ के जवान पूरी घाटी में अहम जगहों पर मौजूद हैं और जंग अभी भी जारी है। एनआरएफ का कहना है की हम अफगानिस्तान के लोगों को विश्वास दिलाते हैं कि तालिबान और उसकी मदद करने वालों के खिलाफ संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक की हमको इंसाफ और आजादी नहीं मिल जाती है।