नए शिक्षा मंत्री नूरल्लाह मुनीर का विवादित बयान
नई दिल्ली। अफ़ग़ानिस्तान में कई बड़े प्रांतों को पूरी तरह से कब्जा कर लेने के बाद तालिबानियों ने अफ़ग़ानिस्तान में अपनी सरकार बना ली। मुल्ला मुहम्मद हसन अखुंद को जहां देश का नया प्रधानमंत्री बनाया गया है, वहीं शेख मौलवी नूरल्लाह मुनीर को शिक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है। अफ़ग़ानिस्तान के लोगों को उनके हाल पर छोड़ भागने वाले अशरफ़ गनी के राष्ट्रपति भवन खाली करने के बाद उस कुर्सी पर राष्ट्रपति की जगह बैठे तालिबानियों की आई तस्वीर आगाह कर रही थी कि आने वाली सरकार कितनी ख़तरनाक होगी। जितनी भयानक वह तस्वीरें थी, उतना ही भयावह तालिबान की सरकार बन जाने के बाद नए शिक्षा मंत्री नूरल्लाह मुनीर का बयान सामने आया है। जो वहां के नागरिकों को करीब कई सौ साल पीछे ला कर पटकेगी। दरअसल नए शिक्षा मंत्री बने नूरल्लाह मुनीर ने अपने एक बयान में कहा है कि हम लोगों के पास कोई डिग्री नहीं है फिर भी हम सरकार चला रहे हैं। ऐसे में आज के वक्त में किसी तरह की पीएचडी या मास्टर डिग्री की जरूरत नहीं है।
शिक्षा के क्षेत्र में किए कई बदलाव
बता दें कि तालिबान ने सत्ता में आने से पहले ही शिक्षा के क्षेत्र में कई बदलाव करने शुरू कर दिए थे। कॉलेज में लड़के-लड़कियों के बीच में पर्दा डाल दिया गया। कई जगहों पर लड़कियों और महिलाओं को सिर्फ बुजुर्ग या महिलाएं ही पढ़ा रही हैं। इसके अलावा तालिबान उन निजी कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज पर नकेल कसना शुरू कर दिया है जिसने 2001 में तालिबान के शासन के खत्म होने के बाद आधुनिक शिक्षा पर बल दिया है।
तालिबान की सरकार के मंत्री
अफगानिस्तान में राजनीतिक संकट के बीच तालिबान ने बीते मंगलवार नई सरकार का एलान कर दिया। मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार के नए प्रधानमंत्री होगा। इसके अलावा मुल्ला बरादर को उप-प्रधानमंत्री, सिराजुद्दीन हक्कानी को कार्यवाहक गृहमंत्री, मुल्ला याकूब को रक्षा मंत्री और अमीर मुत्तकी को विदेश मंत्री बनाया गया है। खास बात यह है कि इस एलान के बाद तालिबान के सर्वोच्च नेता ने नई सरकार से शरिया कानून बनाए रखने के लिए कहा है।