नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी पिछले कुछ दिनों से आम नागरिकों को निशाना बना रहे है। कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने लगातार दूसरे दिन गैर कश्मीरियों को निशाना बनाते हुए बिहार के दो निवासियों को मार दिया। वहीं, तीसरा गंभीर रूप से घायल हो गया है। आतंकियों ने शनिवार को भी एक बिहार औऱ एक यूपी के प्रवासी को मार ढाला था।
TRF ने ली आतंकी हमलों की जिम्मेदारी
इस महीने बिहार के अब तक चार मजदूरों की कश्मीर में हत्या हो चुकी है, जबकि 16 दिन के भीतर घाटी में 11 आम लोगों को आतंकवादी निशाना बना चुके हैं। आतंकी संगठन युनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ने कुलगाम हमले की जिम्मेदारी ली है। इस साल अब तक आतंकियों ने कश्मीर घाटी में 29 नागरिकों को निशाना बनाया है। सबसे ज्यादा घटनाएं श्रीनगर में हुईं हैं जहां 12 निर्दोष लोगों की जान आतंकियों ने ले ली। पुलवामा और अनंतनाग में 4-4 आतंकी घटनाएं हुई हैं।
टारगेट किलिंग क्या है ?
टारगेट किलिंग के तहत पहले कई दिनों तक सॉफ्ट टारगेट की गतिविधियों की रेकी कर उसके बारे में तमाम जानकारी जुटाई जाती है। उन्हें यह अच्छी तरह पता होता है कि कब और किस समय हमला करना मुफीद होगा। जम्मू-कश्मीर में भी इसी पैटर्न के तहत गैर कश्मीरियों की हत्याएं की जा रही हैं। यहां अलग-अलग आतंकी हमलों में इस महीने 11 नागरिकों की जान जा चुकी है।