
लखनऊ, 05 सितंबर। राजधानी के लोकभवन सभागार में शुक्रवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य शिक्षक पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भारत रत्न, पूर्व राष्ट्रपति एवं महान शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर बेसिक और माध्यमिक शिक्षा क्षेत्र के कुल 81 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसमें बेसिक शिक्षा के 66 और माध्यमिक शिक्षा के 15 शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए शामिल किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर मंच से उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया।

कार्यक्रम में एससीईआरटी द्वारा तैयार की गई बाल कहानी संग्रह ‘गुल्लक’, ‘बाल वाटिका’ हस्त पुस्तिका, शैक्षिक नवाचारों के संकलन की पुस्तिका ‘उद्गम’ का विमोचन और ‘उद्गम’ के डिजिटल प्लेटफॉर्म का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल विद्यार्थियों को सहज, रोचक और मूल्यपरक शिक्षा प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगी। समारोह के दौरान बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित समर कैम्प और वृक्षारोपण से संबंधित लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत जनता गर्ल्स आलमबाग की छात्राओं ने सरस्वती वंदना से की।

मुख्यमंत्री द्वारा इस अवसर पर बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा से जुड़े 5-5 प्रधानाचार्य/शिक्षकों को सम्मान स्वरूप 25 हजार की धनराशि, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न के रूप में मां सरस्वती की प्रतिमा एवं शाल भेंट किया गया। इसी दौरान प्रदेश के 2204 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को टैबलेट वितरित किये गये, जिनमें कई प्रधानाचार्यों को मंच से स्वयं मुख्यमंत्री ने टैबलेट प्रदान किया। इसके अतिरिक्त प्रदेश के 1236 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में स्थापित स्मार्ट क्लास का लोकार्पण भी किया गया और पांच विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को प्रमाण पत्र सौंपे गये। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ माध्यमिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी, बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह, प्रभारी मुख्य सचिव एवं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार, महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा सहित प्रदेशभर से आए शिक्षकगण उपस्थित रहे।