नई दिल्ली। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने लिखकर जातिगत जनगणना की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर पुनर्विचार करने को कहा है। तेजस्वी यादव ने मोदी पर यह आरोप लगाया है वह जातिगत जनगणना को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मीटिंग नहीं कर रहे। तेजस्वी का कहना है कि वैसे तो प्रधानमंत्री पंजाब और बंगाल के मुख्यमंत्री को मिल सकते हैं लेकिन जिस बिहार में उन्हें 39 विधायक दिए उस राज्य के मुख्यमंत्री से मिलने का समय नहीं है।
पीएम मोदी के नाम पत्र
तेजस्वी ने पीएम को लिखे पत्र में कहा है “जबतक जातिगत जनगणना नहीं होगी, तब तक पिछड़ी, अति पिछड़ी जातियों की शैक्षणिक, सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक स्थिति का न तो आंकलन हो सकेगा, ना ही उनकी बेहतरी व उत्थान संबंधित समुचित नीति निर्धारण हो पाएगा और न ही उनकी संख्या के अनुपात में बजट का आवंटन हो पाएगा।”
पीएम नहीं दे पा रहे नीतीश को समय
तेजस्वी यादव ने कहा कि जातिगत जनगणना को लेकर हमारी शुरु से ही मांग रही है। इसके लिए सड़क मार्ग से उन्होंने सदन से संसद तक मार्च भी निकाला। बिहार विधानसभा में जातिगत जनगणना को लेकर दो बार बिल प्रस्तुती हो चुकी है जिसमें भाजपा भी शामिल थी।हमने मांग की थी कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक कमेटी प्रधानमंत्री से जाकर मिले, इसको लेकर हमने सीएम से मुलाकात भी की थी। लेकिन नीतीश कुमार को पीएम मिलने के लिए समय नहीं दे पा रहे।