मुंबई: टेलीविजन अभिनेत्री और मॉडल गहना वशिष्ठ को मुंबई क्राइम ब्रांच के प्रॉपर्टी सेल ने शनिवार की शाम को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि गहना न्यूकमर्स और स्ट्रगलर को अच्छा रोल दिलाने का झांसा देकर उन्हें पॉर्न वीडियो में काम करने को कहती थी और फिर उस वीडियो को दो अलग-अलग वेबसाइट्स पर अपलोड कर लाखों रुपये कमाती थी.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गहना वशिष्ठ का एक जीवी स्टूडियो नाम का प्रोडक्शन हाउस है. जिसके तहत वह इन वीडियोज को सूट करती थी. पुलिस की मानें तो साल 2019 से वशिष्ठ इस तरह के वीडियोज बनवा रही है. पुलिस को अब तक 90 के करीब पॉर्न वीडियोज मिले हैं, जिसे इसने शूट करवाया है. क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि 3 फरवरी को गहना वशिष्ठ के घर पर रेड की गई थी. जिसके बाद उसके घर से तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और कुछ बैंक से संबंधित दस्तावेजों को जब्त किया गया था.
पुलिस ने गहना वशिष्ठ को रविवार के दिन कोर्ट में पेश किया, जहां पर कोर्ट ने उसे 10 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि उसके पास दो वेबसाइट्स हैं. जिस पर वह इस तरह के वीडियो अपलोड करती थी. इसके बनाए पॉर्न वीडियो को देखने के लिए इसके चैनल को सब्सक्राइब करना पड़ता है, जिसके लिए 2000 रुपये लगते है.
करोड़ों का मुनाफा
प्रॉपर्टी सेल के वरिष्ठ अधिकारी केदारी पवार ने बताया कि उन्हें एक जानकारी मिली थी कि एक गिरोह मुंबई में एक्टिव है जो स्ट्रगलर को मजबूर कर उनका इस्तेमाल पॉर्न मूवी बनाने के लिए करता है और इस धंधे से वह करोड़ों का मुनाफा भी कमा रहा है. जानकारी मिलने के बाद क्राइम ब्रांच ने एक टीम बनाकर मालवणी मढ़ इलाके में स्थित ग्रीन विला नाम के बंगले पर रेड की और वहां पर चल रही पॉर्न मूवी की शूटिंग के दौरान पांच लोगों को गिरफ्तार कर गया और एक 23 साल की लड़की को रेस्क्यू किया गया.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम यासमीन खान उर्फ रोहा खान (प्रोड्यूसर और डायरेक्टर), मोनू शर्मा (फोटोग्राफर), भानु ठाकुर (एक्टर), आतिश शेख (एक्टर) और प्रतिभा नालावडे (क्रिएटिव डायरेक्टर) बताया जा रहा है. पुलिस ने इनके पास से हाई डेफिनेशन डीवीआर कैमरा, 6 मोबाइल फोन, लैपटॉप, कैमरा स्टैंड, स्पॉटलाइट और मेमोरी कार्ड (जिसमें कई पॉर्न वीडियो हैं) जब्त किए हैं. पुलिस ने इनके बैंक अकाउंट को भी सीज किया है, जिसके अंदर 36 लाख रुपये से ज्यादा की रकम बरामद हुई है.
पुलिस का कहना है कि यह पैसे इन लोगों ने उन लोगों से कमाए हैं जो लोग इनकी बनाई फिल्म को देखने के लिए इनकी एप्लीकेशन सब्सक्राइब करते थे. पवार ने बताया कि यह लोग ऐसे युवकों को टारगेट करते थे जो काफी स्ट्रगल कर रहे हैं, जिसके बाद ये आरोपी उन स्ट्रगलर्स को बॉलीवुड, टीवी सीरियल या फिर किसी बड़ी वेब सीरीज में अच्छा रोल दिलाने का सपना दिखाते थे और फिर उन्हें अपने साथ काम करने के लिए मना लेते थे. आधी फिल्म तक यह लोग अच्छी कहानी बता कर शूट करते थे और उसके बाद सैकेंड हाफ में यह लोग बोल्ड सीन शूट के नाम पर पॉर्न शूट करने लगाते थे.
कम लागत में ज्यादा कमाई!
पुलिस ने बताया कि यह लोग इन स्ट्रगलर्स को 25 से 30 हजार एक्टिंग करने का देते थे. इसके बाद यह लोग शूटिंग के लिए कोई आइसोलेटेड लोकेशन का चयन करते थे, जिसके लिए इन्हें 5 से 10 रुपये 1 दिन का भाड़ा देना पड़ता था. यह लोग हाई डेफिनेशन वाले अच्छे मोबाइल से ही पूरी मूवी शूट करते थे और फिर अपनी बनाई वेबसाइट पर इसे अपलोड कर देते थे. पुलिस के एक अंदाज के मुताबिक इनकी इस एप्लीकेशन को अब तक 4 लाख लोगों ने सब्सक्राइब किया है. यह लोग सब्सक्रिप्शन के लिए 199 रुपये प्रति माह के हिसाब से पैसे लेते थे.
यासमीन खान इस गिरोह की मास्टरमाइंड?
पुलिस अधिकारी की मानें तो यासमीन खुद पहले फिल्मों और टीवी सीरियल्स में छोटे रोल कर चुकी हैं. यही वजह है कि उनके पास ऐसी लड़कियों की लिस्ट है जो लोग बॉलीवुड या फिर टीवी सीरियल में एक चांस मिलने को लेकर सालों से स्ट्रगल कर रही हैं. यासमीन इन लड़कियों को शॉर्ट फिल्म के नाम पर ऑफर देती थी. इसके बाद वह इन स्ट्रगलर को 20 मिनट की फिल्म बनाने के हिसाब से एक स्क्रिप्ट सुनाती थी लेकिन किसी भी न्यूड सीन की जानकारी नहीं देती थी. इसके बाद वह इस छोटी-सी फिल्म की शूटिंग के लिए किरदारों को 25 से 30 हजार रुपये देने का वादा करती थी.
इसके बाद वह इन कलाकारों से एक एग्रीमेंट पर साइन कराती थीं, जिसे उन्हें पूरा पढ़ने भी नहीं दिया जाता था. इस एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर मिलने के बाद उन कलाकारों को शूटिंग के लिए मालवणी मढ़ इलाके में स्थित किसी बंगलो पर बुलाया जाता था. फिर जैसे-जैसे शूटिंग आगे बढ़ती थी वैसे-वैसे उन कलाकारों को कपड़े निकालने को कहा जाता था. ऐसे में अगर कोई कलाकार ऐसा करने से मना करता तो उसे उसका एग्रीमेंट दिखाकर उसको बात न मानने पर उस पर लीगल कार्रवाई करने की धमकी दी जाती थी.