नई दिल्ली। जदयू के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर लग रही अटकलों को विराम देते हुए दिल्ली में आज ललन सिंह को पार्टी अध्यक्ष बना दिया है। दिल्ली में हो रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान सांसद ललन सिंह के नाम पर मोहर लगा गई। आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद ललन सिंह को अध्यक्ष का पद सौंपा गया। कार्यकारिणी की इस बैठक में पार्टी के सभी सांसद और करीब दो दर्जन राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष शामिल हुए।
आरसीपी सिंह ने दिया इस्तीफा
दिल्ली में शाम चार बजे जंतर-मंतर स्थित पार्टी कार्यालय में हुई इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए। इससे पहले सुबह 11 बजे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के साथ राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक हुई। पार्टी की ‘एक व्यक्ति एक पद’ की नीति के चलते ही नीतीश कुमार के करीबी रामप्रसाद सिंह ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया। बता दें कि केंद्र के मंत्रिमंडल विस्तार में आरसीपी सिंह को भी केंद्र में मंत्री पद मिला।
ललन सिंह का राजनीतिक सफर
बता दें कि बिहार के मुंगेर संसदीय सीट से सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को भी नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है। 24 जनवरी, 1955 को उनका जन्म हुआ है। भूमिहार जाति से आने वाले ललन सिंह जदयू के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। साल 2014 में लोकसभा चुनाव में हार के बाद उन्हें राज्यपाल कोटा से बिहार विधान परिषद भेजा गया था। वहीं, जीतन राम मांझी के कैबिनेट में सड़क निर्माण विभाग का जिम्मा सौंपा गया था। हालांकि, ललन सिंह के मंत्री बनाए जाने की वजह से जदयू में बगावत हो गई थी और 12 विधायकों के साथ ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू बीजेपी में चले गए थे। जिसके 2015 के फरवरी में उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। हालांकि, 2015 में दोबारा महागठबंधन सरकार बनने के बाद उन्हें नीतीश कैबिनेट में जगह मिली थी।