नई दिल्ली। राजस्थान के उदयपुर में, जहां एक कुत्ते की हिम्मत के सामने तेंदुए की ताकत जवाब दे गई। तेंदुआ शिकार करने आया था, लेकिन जब कुत्ते ने उसका मुकाबला किया, तो दो मिनट से ज्यादा देर तक नहीं टिक सका। कुत्ते से भिड़ंत के बाद किस तरह तेंदुआ हारकर जंगल की ओर भाग गया।
जारी है तेंदुए का आतंक
उदयपुर में पहाड़ी इलाकों से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में तेंदुए का आतंक जारी है।शहर से कुछ दूर स्थित लखावली गांव में शुक्रवार रात घर के बाहर तेंदुए ने एक कुत्ते को अपना शिकार बनाने की कोशिश की। पर कहते हैं कि जब खतरा जान पर हो तो हिम्मत काम आती है। कुत्ता अपनी जान बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ गया।
खिड़की से सबकुछ देख रहे थे ग्रामीण
कुत्ते और तेंदुए के बीच हुई इस भिड़ंत की आवाज जब ग्रामीणों ने आवाज सुनी, तो पास के ही रहने वाले मोहन सिंह नींद से जाग गए। कुत्ते ने किस तरह तरह तेंदुए से मुकाबला किया, ये उन्होंने बेहद ही करीब से देखा। उन्होंने बताया कि वे घर की खिड़की से सबकुछ देख रहे थे।
2 से 3 मिनट तक जारी रहा संघर्ष
उन्होंने बताया कि दोनों के बीच करीब 2 से 3 मिनट तक यह संघर्ष चलता रहा। तेंदुआ लगातार कुत्ते पर हावी होने का प्रयास कर रहा था। लेकिन कुत्ता भी पीछे हटने के लिए तैयार नहीं था। तेंदुआ जैसे ही कुत्ते पर झपटता, तो कुत्ता भी फुर्ती दिखाते हुए खुद का बचाव करता और तेंदुए पर झपट पड़ता।
क्षेत्र के लोगों मे भय का माहौल
इसके बाद मोहन सिंह उसने चिल्लाना शुरू कर दिया। तभी तेंदुआ वहां से भाग गया। इस मुकाबले में कुत्ते ने अपनी जान बचा ली है। बता दें लखावली गांव में तेंदुए का मूवमेंट लगातार बना रहता है। क्षेत्र के लोगों मे भय का माहौल बना हुआ है।