नई दिल्ली। आज सुबह 4:15 बजे बदरीनाथ धाम के कपाट वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ खोल दिए गए। पूरा मंदिर 20 कुंतल फूलों से सजाया गया है। कपाट खोलने के दौरान वहां पर सोशल डिसटेंसिंग का पालन किया गया। जिसके चलते मुख्य पुजारी रावल के साथ कुछ ही लोग मौजूद रहे।
वेद मंत्रोच्चार किया गया
पुजारी रावल के अलावा धर्माधिकारी, अपर धर्माधिकारी, सीमित संख्या में ही हक हकूकधारी और देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे। बदरीनाथ मंदिर के कपाट पुष्य नक्षत्र और वृष लग्न में ब्रह्ममुहूर्त में विधि-विधान व वेद मंत्रोच्चार के बीच खोल दिए गए। सबसे पहले बदरीनाथ मंदिर के सिंहद्वार के द्वार को खोले गए।
कोविड गाइडलाइन का किया जा रहा पालन
आपको बता दें कि कोविड गाइडलाइन का पालन भी किया जा रहा है। पांडुकेश्वर से उत्सव डोली के साथ बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, धर्माधिकारी भुवन उनियाल, अपर धर्माधिकारी राधकृष्ण थपलियाल, सत्य प्रसाद चमोला, वेदपाठी भट्ट, भितला बड़वा ज्योतिष डिमरी, अंकित डिमरी, हरीश डिमरी, पुजारी गण, मंदिर व्यवस्था से जुड़े हुए हक हकूकधारी मेहता, भंडारी, कमदी, रैंकवाल थोक के प्रतिनिधि ही मौजूद रहे।