नई दिल्ली। सूत्रों के अनुसार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 3 सितंबर गुरुवार को बैंक और ) नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों ( एनबीएफसी के साथ बैठक करेगी साथ ही साथ वित्त मंत्री के आसान बैंकिंग का चौथा चरण आज प्रक्षेपण होगा। आपको बता दें, कोविड के कारण बैंकों में तीन मुख्य समस्याओं के बारे में चर्चा की जाएगी। जिसमें कर्ज़ वितरण, कर्ज़ वसूलने और लोन रिस्ट्रक्चरिंग पर बने दबाव पर चर्चा होगी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी जानकारी दी थी कि कोविड-19 के कारण फंसे सभी कर्ज़ के मामलों पर 6 सितंबर तक फैसला लिया जाएगा।
बैंकिंग के चौथे चरण को दिया गया ईएएसई का नाम
बैंकिंग के चौथे चरण को ईज़ (ईएएसई) का नाम दिया गया है। ईएएसई का मतलब Enhanced Access and Service Excellence है। ईज़ सरकारी बैंकों के लिए एक कॉमन एजेंडा है। इसका मकसद ग्राहक को स्पष्ट और स्मार्ट बैंकिंग सेवाएं देना हैं।
फोकस को 6 थीम पर किया जाएगा
ईज़ रिफॉर्म में मूल रूप से 6 थीम पर फोकस किया जाता है। ईएएसई का पहला चरण जनवरी 2018 को किया गया था। जिसके तहत ग्राहको को कॉल सेंटर, वेब पोर्टल, मोबाइल ऐप, और टच पॉइंट्स के जरिए घर के दरवाजे तक बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना हैं। वर्तमान ईएएसई के तहत जिम्मेदार बैंकिंग, क्रेडिट ऑफ टेक, वित्तीय साक्षरता, उद्यमी मित्र, डिजिटलाइजेशन और ब्रांड डेवलपिंग आदि शामिल हैं। इसका पूरा एजेंडा रिस्पांसिव और रिस्पांसिबल का होता है।