देवरिया. रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम संवरेजी में प्रशासन की अनुमति से ग्रामवासी भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति रख कर जन्माष्टमी का पर्व मना रहे थे।
ग्रामीणों का आरोप है कि इसी बीच रात को अचानक थाना प्रभारी जयंत सिंह मौके पर पहुंचे और जबरन सिपाहियों की मदद से पंडाल में स्थापित मूर्ति को नहर में विसर्जित करवा दिया।
रात को ही सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित ग्रामवासी भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति को नहर में फेंक देने की बात सुनकर एकत्रित होने लगे, किसी ने इस घटना से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया, जिसकी जानकारी आला अधिकारियों को भी हुई तो जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी मौके पर पहुंच गए।
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मौके की नजाकत को देखते हुए पूरे प्रकरण की जांच एसडीएम व सीओ सिटी को सौंप दी और रिपोर्ट आने पर कठोर कार्यवाही की बात कही।
थाना प्रभारी एवं अपराध निरीक्षक का तबादला
खबर लिखे जाने तक थाना प्रभारी जयंत सिंह और अपराध निरीक्षक लालजी यादव को स्थानांतरित कर दिया गया था व उपनिरीक्षक घनश्याम सिंह को थाने का प्रभार सौंप दिया गया था।
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श्री कृष्ण भगवान की मूर्ति को जबरन विसर्जित करा दिए जाने के मामले में विधायक रामपुर कारखाना कमलेश शुक्ला से बात करने पर उन्होंने घटना पर नाराजगी जताई और बताया कि मामले पर उनकी भी नजर है।
आनन फानन में पूजन की अनुमति को निरस्त किया गया
प्रशासन ने पहले तो सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए तथा बीस की संख्या से कम लोगों को एकत्रित होने देने की शर्त पर पूजा पंडालों को मूर्ति स्थापित करने की अनुमति प्रदान की, पर अचानक से नवागत एसडीएम सौरभ सिंह ने कोरोना महामारी का हवाला देते हुए सभी अनुमतियों को निरस्त करने का आदेश दे दिया।