नई दिल्ली। गर्मी अपने तेवर दिखाने रही हैं। ऐसे में लोगों की प्यास भी बढ़ने लगी है हर कोई अपनी प्यास बुझाने के लिए ठंडे पानी की तलाश करता है इस आधुनिक युग में अधिकतर लोग फ्रिज के पानी का इस्तेमाल करते हैं लेकिन आज भी कुछ लोग है, जो मटके का पानी पीना पसंद करते हैं। देखा जाए तो मटके का अस्तित्व कहीं ना कहीं खत्म होता नजर आ रहा हैं। बाजारों में मटके की डिमांड कम होने से कुम्हारों की परेशानियां काफी बढ़ गयी है। यहीं कारण है कि अब कुम्हार अपने परिवार को दो वक्त की रोटी देने के लिए मटके का व्यापार छोड़ किसी और काम में जुट गये है।
मटके के पानी है स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
विशेषज्ञों का मानना है कि मटके का पानी स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। मिट्टी के बर्तन में पानी शुद्ध और ठंडा रहता है। मटके का पानी पीने से सर्दी, जुकाम जैसी बीमारियां नहीं होती है। मिट्टी के बर्तन में रखे पानी पीने से गला हमेशा कोमल रहता है। इसे पीने से मिट्टी की सौंधी खुशबू भी आती है।
गांवों में भी फ्रिज के पानी का क्रेज
शहर के साथ-साथ अब गांवो में भी लोग फ्रिज का पानी पीना पसंद कर रहे है। वहां भी लोग देशी फ्रिज मटके को छोडते नजर आ रहे है। हाल ये है कि अब मटके की दुकान दूर-दूर तक कहीं दिखाई नहीं देती है। बता दें कि फ्रिज का पानी पीने से आपकी प्यास तो बूझ जाएंगी लेकिन इससे आपको सर्दी, जुकाम, गले में खराश जैसी बीमारियां हो सकती है।