रिलायंस इंडस्ट्रीज की दूसरी तिमाही की रिपोर्ट शुक्रवार को आई, जिसका असर पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों पर सोमवार को देखने को मिला. दरअसल, सितंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा 15 फीसद घट गया है, जिस वजह से कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट आई है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों में सोमवार को 9 फीसदी से ज्यादा की देखने को मिली. शेयर ने 1859 रुपये के स्तर को भी छुआ. कारोबार के आखिर में एनएसई पर RIL के शेयर 8.69 फीसदी गिरकर 1876 रुपये पर बंद हुआ. वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज के partly paid शेयर में 10 फीसदी की गिरावट के साथ लोअर सर्किट लग गया.
दरअसल, शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद रिलायंस ने अपने तिमाही नतीजों की घोषणा की थी. सितंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा पिछले साल के मुकाबले 15 फीसद घट गया. इस तिमाही में तेल एवं केमिकल्स के कारोबार में सुस्ती रही, जबकि टेलीकॉम में कंपनी का प्रदर्शन अच्छा रहा.
शेयरों बाजारों को दी गई जानकारी के अनुसार, जुलाई-सितंबर में कंपनी का शुद्ध लाभ 9,567 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में 11,262 करोड़ रुपये था.
बता दें, रिलायंस के शेयर ऊपरी स्तरों से पिछले करीब डेढ़ महीनों में करीब 20 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है. कोरोना संकट के बीच लगातार RIL में विदेशी निवेश से शेयरों में तेजी देखने को मिल रही थी. 16 सितंबर को RIL के शेयर ने 2,368.80 के स्तर को छुआ था. जो अब तक का सबसे उच्चतम स्तर है.
हालांकि, कंपनी के शेयर ने जनवरी से अबतक निवेशकों को 25 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है. मार्केट कैप के लिहाज से आरआईएल देश की सबसे बड़ी कंपनी है, जो 15 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करने वाली भारत की एकमात्र कंपनी भी है. लेकिन पिछले महीने से शेयर में दबाव देखने को मिल रहा है.
RIL की सब्सिडियरी कंपनी रिलायंस जियो में अबतक कुल 1.52 लाख करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है. वहीं इस साल रिलायंस रिटेल में विदेशी निवेशकों ने 37 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है. बता दें, लगातार निवेश से कंपनी तय समय से पहले ही कर्जमुक्त हो चुकी है.