लक्ष्य को पूरा कर रही अन्य स्वास्थ्य इकाइयों के अनुरोध पत्र केंद्र सरकार को भेजे गए
लखनऊ। भारत सरकार द्वारा वर्ष 2014 में क्वालिटी एश्योरेंस कार्यक्रम आरम्भ किया गया। वर्तमान में प्रदेश के सभी जनपद स्तरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश की 30 इकाइयां भारत सरकार से नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन प्राप्त कर चुकी हैं। यह जानकारी देते हुए मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश अपर्णा उपाध्याय ने अवगत कराया है कि प्रदेश में 285 लक्ष्य कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य इकाइयां चिह्नित हैं।
11 स्वास्थ्य इकाइयों का नेशनल लक्ष्य सर्टिफिकेशन हो चुका है। 28 अन्य इकाइयों में 18 का लक्ष्य एवं नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन, 9 का नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन तथा 1 का लक्ष्य के लिए राज्य स्तरीय मूल्यांकन हो चुका है। इन स्वास्थ्य इकाइयों के नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन एवं लक्ष्य सर्टिफिकेशन के लिए अंतरिम सर्टिफिकेशन हेतु अनुरोध पत्र भारत सरकार को भेजे जा चुके हैं। मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने जानकारी दी है कि गत वित्तीय वर्ष में कायाकल्प अवार्ड प्राप्त करने वाली स्वास्थ्य इकाइयों की संख्या वृद्धि हुयी है।
उन्होंने जानकारी दी है कि वर्ष 2019-20 में 77 जिला चिकित्सालय, 104 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा 134 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कायाकल्प अवार्ड प्राप्त कर चुके हैं। ज्ञात हो कि सार्वजानिक स्वास्थ्य इकाइयों के लिए कायाकल्प अवार्ड योजना का शुभारम्भ भारत सरकार द्वारा 15 मई 2015 को किया गया था। वर्ष 2018-19 तक प्रदेश के 69 जिला स्तरीय चिकित्सालय, 46 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा 69 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कायाकल्प स्कीम के अंतर्गत अवार्ड प्राप्त कर सके थे।