प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU)के 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने यूनिवर्सिटी और उसके छात्रों की तारीफ की. पीएम मोदी के संबोधन के बाद अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
अलीगढ़ से भारतीय जनता पार्टी के सांसद सतीश गौतम ने कहा है कि हम भी एएमयू की तारीफ करते हैं लेकिन हम उनकी मुखालफत करते हैं जो भारत तेरे टुकड़े होंगे वाली मानसिकता के हैं. बीजेपी सांसद ने कहा कि जो शिक्षा प्राप्त करने आ रहे हैं हम उनका विरोध नहीं करते.
वहीं, पीएम मोदी के बयान पर सतीश गौतम ने कहा कि उन्होंने बहुत सराहना की है यह सच्चाई है कि यहां से शिक्षा प्राप्त करके छात्र विदेशों में जाते हैं. अच्छी गुणवत्ता में पढ़ाई होती है. पहली बार लॉकडाउन में इसमें अच्छा काम किया हम उन सब चीजों का विरोध नहीं करते. हम विरोध उसका करते हैं कि जो यहां पढ़कर देश का विरोध करते हैं और भारत के खिलाफ जुलूस निकालते हैं.
AMU टीचर ने क्या कहा
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के टीचर रेहान अख्तर काजमी ने कहा कि प्रधानमंत्री का भाषण बहुत ही बेहतर था. उन्होंने जो सर सैयद अहमद खान के बारे में बातें रखीं, साथ ही उन्होंने यह कहा कि देश के विकास में इस विश्वविद्यालय का मजबूत योगदान रहा है हम उसकी सराहना करते हैं. रेहान काजमी ने कहा कि हमें ऐसा लग रहा था कि प्रधानमंत्री अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूरे सिलेबस को देखकर आए थे, उनके सामने अलीगढ़ मुस्लिम का गौरवशाली इतिहास था जिसकी उन्होंने सराहना की.
वहीं पीएम मोदी के भाषण पर एक छात्र अफला ने कहा कि उन्होंने राष्ट्र के निर्माण की बात कही है, कॉमन ग्राउंड में आकर काम करने की बात कही है, हमारी उम्मीद यही थी कि प्रधानमंत्री शायद कुछ करेंगे लेकिन अभी उन्होंने ऐसा कुछ बोला नहीं है. आगे हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इस विश्वविद्यालय के लिए कुछ करेंगे.
बदनाम करने वाले सोचेंगे
अफला ने कहा कि पीएम मोदी के भाषण से साफ लगता है कि अब तक जो भाजपा सरकार ने नहीं किया है उसको पाटने की कोशिश उनकी तरफ से की गई है. मुझे लगता है कि यह दूरियां खत्म होंगी जिससे कि देश का विकास हो सकेगा. उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी के कुछ लोग जो इस विश्वविद्यालय को बदनाम करने की कोशिश करते थे, वह भी अब सोचेंगे कि एएमयू में ऐसा नहीं है और उसमें वह बदलाव करेंगे.