अमर भारती : देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार को कंपकंपाती ठंड ने दिल्ली का पिछले 22 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले अधिकतम तापमान 1997 के बाद सबसे नीचे 12.2 डिग्री सेल्सियस रहा। 1997 में यह 11.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। पश्चिमी हिमालय से बहने वाली सर्द हवाओं ने दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में पारे को लुढ़का दिया है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि बुधवार को भी इसी तरह के हालात बने रहेंगे।
अब अगर मौसम विभाग की माने तो उत्तर पश्चिमी हिमालय क्षेत्र से आ रही सर्द हवाओं ने पूरे इलाके को जद में ले रखा है। उत्तर भारत में तड़के छाया घना कोहरा दिन चढ़ने के साथ वातावरण में निचले स्तर के बादल में तब्दील हो गया। इससे सूरज की किरणें धरती पर नहीं पहुंच सकीं। इससे तापमान में भारी गिरावट के तौर पर देखा गया। बुधवार को भी सर्द हवाएं दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत को कंपकंपाएंगी।
जो आंकड़ें मौसम विभाग ने जारी किये है उसके मुताबिक, बीते 24 घंटों में तापमान .7 डिग्री सेल्सियस लुढ़क गया। मंगलवार को यह 1997 के बाद सबसे ठंडा दिन रहा। मौसम विभाग के अभी तक के इतिहास में दो बार इस तरह का तापमान दर्ज किया गया है। 1997 व 1973 28 दिसंबर को तापमान 11.3 डिग्री सेल्सियस गया था।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में तीन दिन कड़ाके की ठंड पड़नी है। यह हालात उस समय बनते हैं, जब दिन के तापमान में तेजी से कमी आती है। शीत लहर उस वक्त चलेगी, जब रात के तापमान में भी तेजी से गिरावट आएगी। अभी इस समय रात का तापमान सामान्य से दो ऊपर 10.4 डिग्री सेल्सियस है।