आज 2020 का अंतिम चंद्र ग्रहण, कैसे बचना है

ग्रहण अपने आप में प्रकृति का अद्भुत नजारा है. इससे जुड़ी कई स्वास्थ्य चिंताओं के चलते लोग डरते भी हैं. ग्रहण को देखने के कुछ खराब प्रभाव विज्ञान से साबित हैं जबकि कुछ अन्य ज्योतिषीय विश्वास के चलते है.

हालांकि, इसके पीछे कोई वैज्ञानिक आधार है बल्कि सिर्फ ग्रह-नक्षत्र की बात है. लेकिन जब हमारी सुरक्षा और स्वास्थ्य का मामला हो, तो जरूरी सावधानी बरतना आवश्यक है. आज साल का अंतिम चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. पंचांग के अनुसार, दोपहर 1.04 बजे से ग्रहण लगना शुरू होगा और शाम 5.22 बजे तक कर रहेगा.

चंद्र ग्रहण को देखने से जुड़ी कुछ सावधानियां

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, ग्रहण विशेष तौर पर गर्भवती महिलाओं के लिए खराब समझे जाते हैं. कहा जाता है ग्रहण के समय उन्हें घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. बच्चे की सुरक्षा के लिए इस दौरान खाना, पीना और नींद से भी बचना चाहिए. हालांकि, ऐसी मान्यताओं के पीछे कोई सबूत नहीं है. लेकिन परिवार में खौफ जड़ तक मौजूद रहने के चलते बड़े पैमाने पर माना जाता है.

आंखों पर असर

सूर्य ग्रहण के विपरीत, चंद्र ग्रहण आंखों के लिए खराब नहीं होता है. आप अपनी खुली आंख से बिना किसी खास उपकरण या सुरक्षात्मक ग्लास के देख सकते हैं.

प्रजनन क्षमता पर प्रभाव

अनुमान लगाया जाता है कि चंद्रमा का चक्र और महिला का पीरियड एक दूसरे से जुड़ा हुआ होता है. इसलिए, ग्रहण मासिक धर्म को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है. चांद, लोकप्रिय विश्वास के हिसाब से, प्रजनन का प्रतीक होता है. समझा जाता है कि गर्भवती होने के लिए ओवुलेशन का बेहतर समय होता है.

भोजन का दूषित होना

ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से ग्रहण भोजन को भी प्रभावित कर सकता है. इसलिए, खाने-पीने से बचने की ग्रहण के समय सलाह दी जाती है. इसके अलावा, पका हुआ खाना घर में नहीं रखना चाहिए क्योंकि चांद से निकलनेवाली अल्ट्रावॉलेट किरण पहले से बने खाने को खराब कर सकती है.