कोरोना महामारी और इसके वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन किया गया था, जिसका अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा। हालांकि, लॉकडाउन के अलावा कोई चारा भी नहीं था। इस दौरान कई एसएमई अभी भी नकदी संकट से जूझ रहे है।
कई बड़ी कंपनियां कारोबार को एक बार फिर से जिंदा करने के लिए संघर्ष कर रही हैं। कोरोना काल में इन संगठनों के कर्मचारियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
कई कर्मचारियों ने अपनी नौकरी खो दी है, कई के वेतन में कटौती की गई है। नकदी की ऐसी आपात स्थिति से निपटने के लिए लोन लेना ही एकमात्र विकल्प है।
इस खबर में चार तरीके बताए गए हैं जिनसे आप किसी भी आपात स्थिति में तुरंत लोन ले सकते हैं।
एफडी के बदले लोन – यदि आपके पास कोई फिक्स्ड डिपॉजिट है तो आप किसी भी आपात स्थिति में उस एफडी को गिरवी रखकर तुरंत लोन ले सकते हैं।
यह तत्काल वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए सबसे अच्छा स्रोत है, क्योंकि इसमें मार्जिन राशि बहुत कम है और एक लोन के रूप में जमा राशि का 90-95% तक मिल सकता है। आमतौर पर बैंक इस लोन पर ब्याज दर के रूप में एफडी दर से 2% अधिक शुल्क लेते हैं।
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गोल्ड लोन – गोल्ड के रिकॉर्ड-उच्च स्तर होने के समय में इसके आभूषण या गहने के बदले लोन लेना आसान है। यह लोन घंटों के भीतर जारी किया जाता है और पर्सनल लोन की तुलना में इस लोन पर ब्याज दर कम होती है, क्योंकि यह एक सुरक्षित लोन है।
इसके अलावा, बैंक गोल्ड लोन पर लचीला रीपेमेंट विकल्प देते हैं। मौजूदा समय में लोन के रूप में सोने के मूल्य का 90% तक लाभ उठाया जा सकता है।
फिनटेक स्टार्टअप्स से लोन- भारत में कई ऐप-आधारित फिनटेक स्टार्ट-अप हैं जो आपकी योग्यता के आधार पर ऑनलाइन लोन देते हैं।
यह विकल्प विशेष रूप से युवा आबादी के बीच लोकप्रिय है जो क्रेडिट के लिए नए हैं और अल्पकालिक खर्चों के लिए जरूरी है।
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कोविड-19 पर्सनल लोन- कई सरकारी बैंकों जैसे पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को कोविड -19 से राहत के लिए पर्सनल लोन की एक नई श्रेणी शुरू की है।
इस लोन को कोविड -19 पर्सनल लोन कहा जाता है। हालांकि, बैंकों के पास इन लोन के लिए बहुत कड़ा मानदंड हैं।
वे आमतौर पर वेतनभोगी कर्मचारियों को या उन कर्मचारियों को कोविड -19 पर्सनल लोन देते हैं जिनके बैंक में वेतन खाता है।